LS Election 2024 : मंगलवार को गोरखपुर सदर संसदीय सीट बांसगांव सीट से 16 उम्मीदवारों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस में अपना नाामंकन पत्र दाखिल किया। वहीं इनमें से ऐसे कई प्रत्याशी ऐसे थे जिनको MP-MLA का फुल फॉर्म क्या है ये भी नहीं पता था।
आम चुनाव 2024 में सातवे चरण के अतंर्गत गोरखपुर में 1 जून को मतदान होना है। जिसके तहत इस सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया 7 मई से शुरू होकर 14 मई तक चली। वहीं गोरखपुर सदर के लिए नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन 16 लोगों ने नामांकन पत्र भरा। जिसमें बांसगांव संसदीय सीट से 11 लोग और 5 लोगों ने गोरखपुर सदर से नामांकन पत्र भरा। जबकि तीन प्रत्याशी ऐसे थे जिन्होंने दोबारा से अपना नामांकन पत्र भरा। इनसे जब उनके क्षेत्र से जुड़े कुछ आसान से सवाल पूछे गए तो वे अपना मुंह छिपाते या भागते नजर आए।
बाहर आकर किया प्रत्याशियों ने दावा पर MP-MLA का फुल फॉर्म बताने में रहे नाकामयाब
14 जून को गोरखपुर सदर और बांसगांव संसदीय सीट से 16 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भर पर्चा दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने बहुत से विकास की बात कर पर जब इन प्रत्याशियों से जब एमपी, एमएलए की फुल फॉर्म और इसी तरह के छोटे-छोटे सवाल पूछे गए तो इनके भौवे खड़े हो गए जबकि कुछ प्रत्याशियों ने पढ़ाई लंबे समय से न करने पर ठोकरा फोड़ दिया।
जनरल नॉलेज में जीरो
बांसगांव से कांग्रेस के खांटी नेता, गया प्रसाद को जब मैदान पर नहीं उतारा गया, तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए मैदान राजनीतिक मैदान पर आ गए। वैसे कहने के लिए वे 10वीं पास हैं जो कि सामान्य ज्ञान के लिए पूर्ण है। लेकिन, एमपी और एमएलए का फुल फार्म पूछने पर मुंह से कुछ भी न बोल सके। ऐसे ही कन्हई निषाद गोरखपुर सदर से चुनावी मैदान पर हैं पर वो भी नहीं जानते कि एमपी-एमएलए का फुल फार्म क्या है।
प्रश्न उठता है कि इन नेताओं से क्या अपेक्षा की जाए जब इन्हें खुद के पद के बारे में कुछ पताी नहीं है। इनसे प्रश्न पूछे जाने में कई आसमान के तारे गिन रहे हैं तो कोई किसी और के फेस को देख कर पूछ रहा है कि इसका मतलब क्या है और जिससे पूछ रहे हैं वो उनसे पूछ रहे हैं कि वो उनसे क्या पूछ रहे हैं। फिलहाल ऐसे लोग यदि नोता बनते हैं तो वे क्या काम करेंगे इसका अंदाजा स्पष्ट रूप से लगाया जा सकता है।