वाराणसी के नमों घाट से हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक से संचालित कैटरमैन क्रूज के संचालन की हलचल तेज हो गई है। पर्यटन विभाग ने शुक्रवार को इसका टेंडर जारी कर दिया है। अधिकारियों की मानें तो टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही अक्टूबर से यह क्रूज गंगा में लोगों के लिए खुल जाएगा।
यह क्रूज पर्यटकों को गंगा के रास्ते मार्कडेय महादेव और चुनार तक शैर कराएगा। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरके रावत ने एक नेशनल हिंदी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि- टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जैसे ही सभी मानक पूरे होंगे संचालन शुरू हो जाएगा। यह क्रूज आगामी महाकुंभ में वाराणसी से प्रयागराज का सफर भी करा सकता है।
उप निदेशक आरके रावत ने बताया- नमो घाट से मल्टीमॉडल टर्मिनल तक अक्टूबर में कैटरमैन हाइड्रोजन क्रूज का ट्रायल रन प्रस्तावित है। हमने इसके संचालन के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है और कंपनियों से इसके संचालन के लिए आवेदन मांगे हैं। टेंडर में कार्यदायी संस्था के तय होने के बाद इसका संचालन शुरू हो जाएगा।
हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक से चलने वाला क्रूज कैटरमन की क्षमता 50 पर्यटकों की है। महाकुंभ-2025 में इसे वाराणसी से प्रयागराज तक चलाने की तैयारी भी विभाग कर रहा है। इसका खाका खींचा जा रहा है। यदि सबकुछ सही रहा तो पर्यटकों को महाकुंभ से वाराणसी आने के लिए गंगा के रस्ते भी सफर करने का मौका मिलेगा।
संबंधित अधिकारियों ने कहा कि- गंगा में यह पांचवां क्रूज है। यह सबसे छोटा है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होते ही इसका संचालन वाराणसी के रविदास घाट से नमो घाट तक होने लगेगा। इसके अलावा इस योजना को हफ्ते में दो दिन कैथी के मार्कण्डेय महादेव और दो दिन चुनार तक चलाने की योजना बनाई जा रही है।
पर्यटन उप निदेशक ने सुविधाओं को लेकर बताया कि- गंगा की लहरों पर संगीत के बीच कैटरमैन से सैलानी घाटों को निहार सकेंगे साथ ही डिजिटल डिस्पले बोर्ड पर घाटों का चित्र दिखाई देगा साथ ही लाउड स्पीकर से उन्हें उसकी महत्व के बारे में बताया जाएगा।