पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू दी है। जिससे नाराज अधिवक्ताओं ने कल रसड़ा तहसील परिसर में तहसीलदार व पेशकार के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पुतला फूंका।
पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू दी है। जिससे नाराज अधिवक्ताओं ने कल रसड़ा तहसील परिसर में तहसीलदार व पेशकार के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पुतला फूंका।
आगरा जिले के कर्मचारी संजय प्लेस स्थित जल निगम कार्यालय में अपनी टेबल के ऊपर ही घोड़े बेच कर दिन भर सोते रहते हैं। लोगों का कहना है कि कार्यालय में अधिकारी कम ही बैठते हैं।
बदमाश विनय यादव थाना क्षेत्र फ्रेंड्स कॉलोनी के अंतर्गत स्नातक के छात्र की हत्या में आरोपी है। हरिहरपुर गांव के पास पुलिस और विनय यादव के बीच मुठभेड़ हुई।
एटीएस की टीम ने खिचरा गांव के पास से अलग-अलग फैक्ट्री में काम करने वाले लगभग 16 रोहिंग्या मुसलमानों को पकड़ा है। हापुड़ पुलिस ने बताया कि धौलाना थाना क्षेत्र के गांव खिचरा में पकड़े गए रोहिंग्याओं से पूछताछ की जा रही है।
खबर अलीगढ़ के तहसील कोल क्षेत्र की है। जहां अकराबाद ब्लॉक में गांव बिलोठी के ग्रामीणों ने प्रधान पर घोटाले का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान के चुनाव हुए लगभग ढाई वर्ष होने जा रहे हैं, लेकिन गांव में विकास के नाम पर आए पैसे को प्रधान बिना काम कराए ही निकाल लेता है। काम सिर्फ कागजों में हो रहा है, जमीनी स्तर पर कोई
ग्राम पंचायत बार में जन सूचना केंद्र के निर्माण के लिए मनरेगा के तहत 5 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। जन सूचना केंद्र निर्माण के लिए 8 जून को निविदा प्रकाशन हुई और 15 जून को निविदा खुलने की तारीख है। लेकिन इससे पहले ही 50 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जो निर्माण कार्य हुआ भी है वो भी बिना मानकों के हुआ है। ग्राम विकास अधिकारी इस
सीतापुर में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। शहर से महज पांच किलो मीटर दूरी पर सीतापुर-लखीमपुर रोड़ नानकारी के पास दिन-रात अवैध मिट्टी खनन का कार्य लगातार जारी है। वहीं जिला प्रशासन ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है। सूत्रों की माने तो जेसीबी मशीन और लगभग दस ट्रैक्टर ट्रॉलियों को लगाकर दिन रात मिट्टी खनन का कार्य खुले में किया जा रहा है।
झांसी के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार खनन माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं। और खनन माफियाओं की कमर तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं मऊरानीपुर में बालू घाट बंद होने के बाद भी तहसील प्रशासन को खनन माफिया खुलेआम चुनौती देते दिखाई दे रहे थे। जहां लिप्टर लगाकर खनन किया जा रहा था। जबकि प्रशासन पूरे खेल से अनजान बना हुआ था। लेकिन इस कार्रवाई से अवैध बालू
उत्तर प्रदेश में खनन माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे बेखौफ होकर अवैध खनन कर सरकार को ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफियाओं पर शिकंजा कर रहे हैं, लेकिन खनन माफियाओं का इस बात का जरा भी खौंफ नहीं है। ताजा मामला बदायूं जिले के थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र का है जहां हरियाणा-पंजाब की तर्ज पर मिट्टी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉलियां सड़कों
सिंचाई विभाग में करोड़ों का घोटाला सामने आया है। विभाग के अफसर सिंचाई विभाग की परियोजना को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। जिसके चलते करोड़ों की परियोजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं। सिंचाई विभाग के अपर खण्ड द्वारा रजवाहे को बनाने का काम चल रहा है, लेकिन अभी से ही उसकी दीवारों में मोटी मोटी दरारें पड़ गई हैं। जिसके चलते सिंचाई विभाग के कामों की गुणवत्ता पर
धार्मिक नगरी मथुरा में अब भू माफियाओं की नजर मंदिर एवं ट्रस्ट की जमीनों पर है। शिववाला नाथ मथुरा की जमीन को भू माफियाओं ने 10 साल के लिए वृद्धाश्रम, होम्योपैथिक चिकित्सालय एवं विद्यालय के नाम पर दिल्ली निवासी सुनील कुमार अग्रवाल पट्टा लेकर ट्रस्ट की जमीन पर प्लाटिंग कर कॉलोनी बनाने के लिए निर्माण कार्य लगातार कर रहे हैं। ट्रस्ट की जमीनों पर कब्जा करने के लिये भू माफियाओं
विकास खंड हरगांव के ग्राम पंचायत सिकंदरपुर में केंद्र सरकार की पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। आरोप है कि पीएम आवास योजना का पैसा पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान मिलकर डकार गए। जबकि लाभार्थी आज भी उसी टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने को मजबूर है। वहीं जिलाधिकारी से शिकायत के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व क्षेत्र में काफी समय से बेंत की बेशकीमती लकड़ी का अवैध रुप से कटान लगातार जारी है। मामले में विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता भी उजागर हो रही है। बता दें कि टाईगर रिजर्व क्षेत्र में बेंत की बेशकीमती लकड़ी बड़े पैमाने पर पाई जाती हैं। विभागीय कर्मियों की शह पर लोग अवैध रूप से बेंत का कटान कर सरकार को राजस्व को चूना लगा रहे हैं।
झांसी में खनन माफिया जीवनदायिनी कहे जाने वाली बेतबा नदी की कोख उजाड़ने में लगे हुए हैं। झांसी के मछरीकाँछ बालू घाट पर नदी के 1 किलोमीटर तक प्रतिबंधित एलएनटी, जेसीबी, पनडुब्बी चलाकर वैध खनन की आड़ में अवैध खनन का कार्य कर रहे हैं। खनन माफिया वैध खनन की आड़ में अवैध कार्य कर खूब चांदी काट रहे हैं। वहीं सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है।