महाकुम्भ 2025, धार्मिक व सांस्कृतिक भव्यता के इस आयोजन के लिए प्रयागराज तैयार है, और इस बार यह स्वच्छता व सतत विकास का एक प्रतीक बनेगा। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के अंतर्गत लगभग 152.37 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक व परंपरागत तरीकों का समायोजन करते हुए स्वच्छता प्रबंधन को प्राथमिकता दी जा रही है।