स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विगत दिनों से हम लोग बाढ़ खंड के अधिकारियों को सूचना दे रहे थे कि बांध में कटाव हो रहा है लेकिन रात में जब बांध एक हिस्से में कट गया तो अधिकारी हीलाहवाली करने पहुंचे और बांध का मरम्मत कार्य कर रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विगत दिनों से हम लोग बाढ़ खंड के अधिकारियों को सूचना दे रहे थे कि बांध में कटाव हो रहा है लेकिन रात में जब बांध एक हिस्से में कट गया तो अधिकारी हीलाहवाली करने पहुंचे और बांध का मरम्मत कार्य कर रहे हैं।
सीएमओ ने फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने वाले अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी लोगों को मीडिया और अन्य माध्यमों से जागरूक किया है। उन्होंने बताया कि सभी ब्लाकों, सीएचसी और पीएचसी में माइक्रो प्लान बनाकर टीम घर-घर जाकर फाइलेरिया की दवा खिलाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठन ने सीएमओ को बाहर से लिखी जाने वाली दवाइयों पर प्रतिबंध लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।
पीएम के संभावित दौरे के तहत सूबे के उच्चाधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल व एयरपोर्ट का जायजा लिया। जिसमें सीएम योगी के सलाहकार अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार के साथ अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जब से सीएलटीसी शुभम सिंह की पोस्टिंग जिले हुई है। तब से शहरी प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्र लोगों को खूब दिया गया। शुभम सिंह ने जिले में जमकर भ्रष्टाचार किया।
खड्डा तहसील के शामपुर, सूरजपुर, ज्वालापुर, नरकेलिया, गेठियहवा, दुदही घाट गांव सहित आधा दर्जन से ज्यादा गांवों को 40-50 साल पहले बड़ी गंडक नदी ने काटकर अपनी धारा में समाहित कर लिया।
कुशीनगर के खड्डा विधानसभा में लक्ष्मीपुर पडरहवा से रंजित्ता पुल तक 1.5 किमी का सड़क निर्माण कार्य हो रहा है। यह निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है। सड़क 3.75 मीटर चौड़ा होना है। लेकिन मानक के अनुसार निर्माण कार्य नहीं हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में ‘यूपी की बात’ की खबर का असर हुआ है। हमारी टीम ने 4 दिन पहले ग्राउंड जीरो पर जाकर रिपोर्टिंग की थी। जिसकी खबर प्रसारित होने के बाद जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने संज्ञान लेते हुए कुशीनगर का दौरा किया और निर्माणाधीन छितौनी तटबंध का निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने निर्माण कार्यों को लेकर अधिकारियों को समय से कार्य पूरा करने के
कुशीनगर में बाढ़ से बचाव को लेकर बाढ़ खंड द्वारा हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं। इसके बावजूद भी स्थानीय लोगों को आगामी दिनों में आने वाली बाढ़ का खतरा बना रहता है। लोगों का कहना है कि मानसून आने पर विभाग द्वारा काम शुरू कराया जाता है और पानी आ जाने से काम अधूरा रह जाता है। जिस वजह से बाढ़ खंड द्वारा कराए जा रहे
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फाजिलनगर की घोर लापरवाही से मरीज की जान चली गई। मरीज को सीएचसी फाजिलनगर भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर किया। अस्पताल ने मरीज के परिजनों को खटारा एम्बुलेंस थमा दी। जो अस्पताल से महज 100 मीटर दूर चलने के बाद खराब हो गई। घंटों धक्का मारने के बाद भी एम्बुलेंस स्टार्ट नहीं हुई। परिजनों ने दूसरी