ठंड के मौसम ने दस्तक दे दी है ऐसे में कोहरे ने भी अपने धुंध के चादर में पर्यावरण को लेना शुरू कर दिया है। ऐसे में धुंध के चलते मुरादाबाद मंडल से गुजरने वाली 24 ट्रेनें एक दिसंबर से 28 फरवरी तक रद्द कर दी गई हैं।
ठंड के मौसम ने दस्तक दे दी है ऐसे में कोहरे ने भी अपने धुंध के चादर में पर्यावरण को लेना शुरू कर दिया है। ऐसे में धुंध के चलते मुरादाबाद मंडल से गुजरने वाली 24 ट्रेनें एक दिसंबर से 28 फरवरी तक रद्द कर दी गई हैं।
मुरादाबाद का नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 को लेकर भले ही लाख दावे करता हो लेकिन धरातल पर सच्चाई कुछ और ही नजर आती है। सरकार गड्ढा मुक्त सड़कों की बाते कर जनता को लॉलीपाप देने का काम कर रही है वहीं जनप्रतिनिधि भी क्षेत्र में जनता को गुमराह कर विकास का झूठा वादा कर जनता को नजरंदाज करने में लगे हैं।
मुरादाबाद नगर निगम के अधिकारी कितने लापरवाह होते जा रहे है इसका एक और उदाहरण देखने को मिला नगर निगम के वार्ड 60 के होलसेल मार्केट मालवीय नगर में। जहां से शहर का मुख्य नाला होकर गुजरता है और इस नाले की सफाई न होने के कारण दुकानदार बदबू से परेशान है।
लगातार हो रही बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। कई जगहों पर तो हालात बद से बदतर हो गए हैं। बात करें मुरादाबाद की तो यहां कोसी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जिससे तमाम घाट पानी में डूब गए हैं।
नगर निगम मुरादाबाद स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 को लेकर कितना सजग है ये साबित होता है वार्ड 20 में लगे कूड़े के ढेर को देखकर। तस्वीरों में आप साफ देख सकते है कैसे नगर निगम ने ग्रीन बेल्ट में आने वाले इस बच्चा शमशान की जगह को कूड़े से ढेर से लेप दिया। हद तो जब हो गई जब नगर आयुक्त के कहने पर इस वार्ड से कूड़े के डस्टबिन हटवा
''उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है तो इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस बल की है। आज रूल ऑफ लॉ को लागू कराने के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन को बदला है।'' सीएम योगी ने सोमवार को मुरादाबाद के डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत समारोह में ये बात कही।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुरादाबाद के दौरे पर गए। जहां उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इससे पहले डिप्टी एसपी की पासिंग आउट परेड की सलामी ली। इस दौरान सीएम के दौरे को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
सीएम योगी आज मुरादाबाद के दौरे पर हैं। यहां वे कई परियोजनाओं का शिलन्यास करें। इसके साथ ही योगी डिप्टी-एसपी के पासिंग आउट परेड की सलामी भी लेंगे। वहीं इस दौरे को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 अगस्त को मुरादाबाद जिले के दौरे पर रहेंगे। वह रोजगार मेले में 1500 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। उनके आगमन को देखते हुए प्रशासन सभी कामों को पूरा करवा रहा है।
प्रदेश के प्रत्येक जिले को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प को पूरा करने में जुटी योगी सरकार पीतल नगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद के लिए महायोजना 2031 लेकर आई है। इसके अंतर्गत जहां एक तरफ शहर का विस्तार और विकास सुनिश्चित किया जाना है, वहीं इसकी पहचान और ओडीओपी में शामिल पीतल हैंडीक्राफ्ट के निर्माण और निर्यात उद्योग को भी बढ़ाने का कार्य किया जाएगा।
भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में मुरादाबाद ज़िला आता है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। मुरादाबाद जिला रामगंगा नदी के किनारे स्थित है और यहां की जलवायु सम व विषम दोनों ही हैं तथा यहां एक नगर पंचायत कांठ भी है। वहीं तहसील व कांठ थाना उत्तर प्रदेश में नंबर एक की श्रेणी में प्रथम नंबर पर आता है।
वर्तमान में केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद भी लाइनपार की जनता को कपूर कंपनी पुल के लिए विभिन्न विभागों के ठोकरे खाने पर रहे हैं। इसी के साथ आपको ये भी ज्ञात करवा दें कि लाइनपार क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी का सबसे सेफ वोट बैंक है। बीजेपी लाइनपार की मदद से ही नगर विधानसभा पर हर बार भाजपा की जीत निश्चित होती है।
पीतल की नगरी के नाम से देश और दूनिया में प्रसिद्ध मुरादाबाद शहर, टूटी सड़के, जगह-जगह लगे कूडे़ के ढेर के लिए जाना जाने लगा है। देखा जाए तो इसे स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल चुका है लेकिन नगर निगम की लापरवाही से मामला कुछ और हो गया है।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में जहाँ भाजपा ने 7 सीटें गंवाई तो वहीं विधानसभा में 31 सीटों का नुकसान यूपी में उठाना पड़ा था। वहीं शामली में भाजपा खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। वहीं RLD भी जाट, मुस्लिम और दलित के समीकरण पर आगे बढ़ रहा है। ऐसे में भाजपा RLD के साथ वेस्ट यूपी में अपने स्थिति को मजबूत करना चाहती है।
भारतीय जनता पार्टी आने वाले लोकसभा चुनाव जीतने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। खासकर उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में पार्टी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। जिन सीटों पर बीजेपी कमजोर नजर आ रही है उन सीटों को चिन्हित कर नए सिरे से किलेबंदी की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए पार्टी द्वारा कई बार आंतरिक सर्वे भी किए गए हैं। जिसमें चुनौतीपूर्ण सीटों को