स्कूल में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। बच्चों को छोटे-छोटे कमरे में बैठाया जाता है। जहां न तो हवा आती है और न ही रोशनी।
स्कूल में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। बच्चों को छोटे-छोटे कमरे में बैठाया जाता है। जहां न तो हवा आती है और न ही रोशनी।
प्रशासन द्वारा किए गए व्यवस्था पर सीएम योगी ने प्रशन्नता जाहिर की। योगी सरकार में कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है।
सरकारी हॉस्पिटल्स में आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। हाल ही में कुशीनगर में बाहर से दवा लिखने का मामला सामने आया था। जिसपर स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को संज्ञान में लेकर सीएमओ को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
चीफ प्रॉक्टर ने शिकायत में बताया है कि आरोपी छात्रों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ की थी, और पब्लिक प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया था। इस मामले में मुख्य आरोपी छात्र नेता अजय सिंह सम्राट को बनाया गया है।
यमुना का जलस्तर बढ़ने से हिंडन के डूब क्षेत्रों में खतरा मंडरा रहा है। हिंडन में नीचला इलाका शहदरा गांव में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
इस रोड के नहीं बनने की वजह उन्होंने बताई कि सुनने में यही आता है कि दो विधायकों के चक्कर में यह पड़ा है। उन्होंने बताया कि इस रोड पर चलने से बहुत सारी दिक्कतें होती हैं।
यूपी से कुल 307 लोग पर्यटन समेत कुछ अन्य कारणों से बीते दिनों हिमाचल प्रदेश गए थे। तभी पहाड़ पर आपदा आ गई, जिसमें ये लोग बुरी तरह फंस गए। आपदा की आहट मिलते ही योगी सरकार ने यूपी के लोगों के फंसे होने की जानकारी जुटाई और फिर रेस्क्यू मिशन लांच कर दिया।
बिसौली क्षेत्र के टीम प्रभारी डॉ. फिरासत हुसैन ने बिसौली नगर के गौड हैल्थ केयर और अल्ट्रासाऊंड सेंटर पर छापेमारी की।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को देखें तो नोएडा और आगरा में यमुना किनारे बसे गांव डूब गए हैं।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की धरातल पर उतरने का जायजा लिया।
सीएम योगी ने आगे कहा कि जब संवेदनशील सरकार है, जनता की भावनाओं को समझने वाली सरकार है तो भेदभाव कैसा।
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में नेशनल मेडिकल कमीशन की एमबीबीएस कोर्स की एनएससी से मान्यता नहीं मिलने पर छात्रों में इतना गुस्सा था कि वे प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर आ गए थे।
कासगंज जिले के पटियाली ब्लॉक का है, जहां बाल विकास परियोजना के तहत गर्भवती महिलाओं को बांटने जाने के लिए गोदाम में रखा लाखों रुपये का राशन और रिफाइंड गायब हो गया।
मामले की जांच कर कए एएसपी मानुष पारिख ने जानकारी देते हुए कहा कि मेडिकल कालेज के पास से इस समय करीब 100 से अधिक एंबुलेंस चल रही हैं। इनकी साठगांठ से कई अस्पताल भी चल रहे हैं।
किसानों की मांग है कि जब तक मुआवजे की राशि को तय नहीं किया जाएगा, तब तक वो यहां काम शुरू नहीं होने देंगे। इसी को लेकर पिछले तीन महीने से किसान और जीडीए के बीच तनातनी का मामला चल रहा है।