प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आज धर्म संसद का आयोजन किया गया है, जिसमें सनातन बोर्ड के गठन का ऐलान किया जाना है। इस ऐतिहासिक फैसले पर चारों शंकराचार्य, 13 अखाड़े और हजारों साधु-संत अपनी सहमति पर मुहर लगाएंगे।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आज धर्म संसद का आयोजन किया गया है, जिसमें सनातन बोर्ड के गठन का ऐलान किया जाना है। इस ऐतिहासिक फैसले पर चारों शंकराचार्य, 13 अखाड़े और हजारों साधु-संत अपनी सहमति पर मुहर लगाएंगे।
राष्ट्रीय संत सदगुरु ऋतेश्वर महाराज ने रायबरेली में महाकुंभ की महिमा का बखान करते हुए कहा कि जहां अमृत छलका था, वहीं महाकुंभ का आयोजन होता है। इस बार का महाकुंभ भारत की प्राचीन संस्कृति और खोई हुई गरिमा को वापस लाने का माध्यम बनेगा।
महाकुंभ 2025 के दौरान 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे। उनके इस कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है। इसी दिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी महाकुंभ में स्नान करेंगे। उनके साथ कांग्रेस के कई अन्य नेता और पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
महाकुंभ 2025 के विशेष स्नान पर्व मौनी अमावस्या के अवसर पर विंध्यधाम में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। यह पर्व 29 जनवरी को है, और इस दिन पांच से छह लाख श्रद्धालुओं के विंध्यवासिनी धाम में दर्शन करने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चर्चित कार्यक्रम मन की बात की तर्ज पर प्रयागराज महाकुम्भ में साधुओं के मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में सनातन धर्म के प्रमुख विषयों और योगी सरकार के दिव्य और भव्य महाकुम्भ के आयोजन के विभिन्न विषयों को केंद्र में रखकर साधु संत अपनी बात रखेंगे।
महाकुंभ मेले में शुक्रवार से बाहरी गाड़ियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह निर्णय गणतंत्र दिवस के चलते शनिवार और रविवार को होने वाली भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
महाकुम्भ में तकनीक और सांस्कृतिक संगम के अद्भुत प्रदर्शन की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच महामंडलेश्वर और नागा साधु बनने की प्रक्रिया सुर्खियों में है। इस बार अखाड़ों ने सख्त नियमों का पालन करते हुए 12 महामंडलेश्वर और 92 नागा साधु बनने के आवेदनों को अस्वीकार कर दिया।
प्रयागराज में सनातन के महापर्व महाकुम्भ का दिव्य भव्य आयोजन चल रहा है। देश भर से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु महाकुम्भ में संगम स्नान करने हर दिन आ रहे हैं। अब तक 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
तीरथ राज प्रयाग में गंगा, यमुना और अदृश्य त्रिवेणी के महाकुम्भ के बारे में सिर्फ इतना ही कहा जा सकता। खुद में यह अद्भुत, अविस्मरणीय और अकल्पनीय है। यहां सिर्फ दो नदियों का पवित्र संगम ही नहीं, अध्यात्म और विज्ञान का भी संगम है।
प्रदेश के विकास को गति देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने महाकुम्भ में त्रिवेणी तट पर कैबिनेट बैठक करके विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
महाकुंभ 2025 के धार्मिक-सामाजिक समागम के बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में प्रयागराज में आयोजित मंत्रिमंडल बैठक में उत्तर प्रदेश के विकास के लिए 10 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
महाकुंभ नगर में बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक संपन्न होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ मंत्रियों के साथ संगम पहुंचे और डुबकी लगाई।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन शुरू हो चुका है, जो 26 फरवरी तक चलेगा। इस पावन अवसर पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने रडार इमेजिंग उपग्रह से कुछ अनोखी तस्वीरें भेजी हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में प्रयागराज के महाकुंभ क्षेत्र में एक विशेष कैबिनेट बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में प्रदेश से जुड़ी कई अहम योजनाओं और प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।