यूपी में नोएडा और एनसीआर के बाद अब ब्रज औद्योदिक क्षेत्र विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बनते जा रहा है। यहां पर पेप्सिको, मैपई कंस्ट्रक्शन और एयर लिक्विड के संयंत्र पहले ही स्थापित हो चुके हैं।
यूपी में नोएडा और एनसीआर के बाद अब ब्रज औद्योदिक क्षेत्र विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बनते जा रहा है। यहां पर पेप्सिको, मैपई कंस्ट्रक्शन और एयर लिक्विड के संयंत्र पहले ही स्थापित हो चुके हैं।
लखनऊ में सीएम योगी ने मंगलवार को कैबिनेट मीटिंग बुलाई। जिसमें लखनऊ सहित आसपास के 6 शहरों को मिलाकर राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) बनाने के फैसले पर मंजूरी मिल गई है। जिसे NCR के तर्ज पर डेवलप करने का प्लान है।
आम चुनाव 2024 में जिन सीटों पर भाजपा को यूपी में नुकसान का सामना करना पड़ा, उसको लेकर सरकार में लगातार मंथन कार्यक्रम नेताओं के बीच चल रहा है। आपको बता दें कि करीब 6 साल बाद भाजपा, सदस्यता अभियान अगले माह यानि अगस्त महीने से शुरू करने जा रही है।
Property dispute: यूपी में योगी सरकार संपत्ति विवाद को लेकर एक बड़ा निर्णय लेने जा रहे हैं। इस निर्णय से अब लोगों को तहसील और कोर्ट के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। योगी सरकार इन प्रक्रियाओं में लगने वाले समय को कम करने जा रही है। सीएम के निर्देश पर यूपी में एक नई व्यवस्था लागू होने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में बाढ़ प्रभावित इलाकों की समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ़ आपदा सहायता और संवेदना का समय है। उन्होंने इसी के साथ पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द सहायता उपलब्ध कराने को कहा और चौबिस घंटे के अंदर मुआवजा देने का निर्देश दिया।
कानपुर में गंगा का जलस्तर हरदोई में गर्रा नदी में आए उफान के कारण बढ़ गया है। ऐसे में नरौरा और हरिद्वार से कम मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद भी कानपुर बैराज पर पानी का भारी दबाव पड़ रहा है।
यूपी के 20 जिलों में बाढ़ के हालात लगातार बने हुए हैं। नेपाल बार्डर से भारत में आ रही नदियों के साथ गंगा नदी भी उफान पर है। वाराणसी में गंगा के घाटों का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। अभी तक मिली जानकारी के तहत भदैनी घाट भी जलमग्न हो चुका है। वहीं गंगा का जलस्तर प्रत्येक घंटे 5 से 10 सेंटीमीटर बढ़ता जा रहा है। जिससे आस-पास
यूपी के सीएम योगी ने सोमवार देर रात एक उच्चस्तरीय बैठक में सभी जिलों के डीएम से वर्चुअली जुड़े। योगी ने प्रदेश के बाढ और जलभराव को देखते हुए आम जनता, कृषि फसलों और पशुधन की सुरक्षा और वहां तक सुविधाएं पहुंचाने के प्रयास की समीक्षा भी की।
यदि रबी की फसल (गेंहू, आलू, तोरिया ,सरसों) के लिए अपने खेत को खाली रखा है तो मौसम देखकर आप ढैचा का फसल भी लगा सकते हैं। यही नहीं अगर जल-जमाव या बाढ़ के चलते किसी क्षेत्र की फसल नष्ट हो चुकी है तो भी मौजूदा समय में वहां ढैचे की खेती सबसे आसान विकल्प है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक ओर जहां 20 जुलाई को 36.50 करोड़ पौधरोपण कर रिकॉर्ड बनाने की तरफ बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ कार्बन फाइनेंस को आधार बनाकार पौधरोपण करने वाले कृषकों की आय में भी वृद्धि करने का काम कर रही है। गौरतलब है कि, भारत सरकार ने 2070 तक देश को नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन में सक्षम बनाने की घोषणा की है।
उत्तर प्रदेश के बलिया के बांसडीह तहसील क्षेत्र के टिकुलिया भोजपुरवा गांव में घाघरा नदी के कटान को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मूड पर है।जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितो को हर संभव मदद का आश्वासन दें रही है। वही टिकुलिया भोजपुरवा के लेखापाल ने बताया की अबतक 6 लोगों का मकान कट कर घाघरा नदी में विलीन हो गए हैं। और जो सामने मकान दिख रहा है वो आज शाम तक
Yogi News: सीएम योगी आदित्यनाथ किसी भी रूप में प्रदेश की जनता या प्रदेश में हो रहे कार्य के प्रति किसी भी तरह की कोताही बरतना पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में प्रत्येक दिन कहीं-न-कहीं विकास कार्य या लोगों के जिंदगी में आने वाली समस्याओं को लेकर जनता दरबार करते रहते हैं। इसी संदर्भ में आज टोगी ऊर्जा विभाग की समीक्षा करने पहुंचे हैं। इस दौरान वे विभिन्न परियोजनाओं के
यूपी के 17 जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। जिसके चलते 97 गांवों से प्रशासन का संपर्क टूट गया है वहीं करीब 20 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित बताए जा रहे हैं। इसी के साथ नेपाल बॉर्डर से सटे इलाके बाढ़ ग्रस्त हो चुके हैं।
आम चुनाव 2024 में भाजपा की यूपी में बड़ी हार के बाद पहली बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपना बयान दिया है। रविवार को लखनऊ में हुए कार्यसमिति के बैठक में उन्होंने कहा कि, संगठन सरकार से बड़ा था, बड़ा है और हमेशा बड़ा रहेगा। आगे केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सात कालिदास मार्ग स्थित आवास का दरवाजा सभी के लिए खुला हुआ है। मैं उपमुख्यमंत्री बाद
नरेंद्र हिरवानी और गोरखपुर का क्रिकेट एक दूसरे के पर्याय हैं। देश के महान लेग स्पिनर्स में शुमार हिरवानी अपने खेल के बूते 1988 में क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी रह चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिरवानी की परंपरा को और समृद्ध करने जा रहे हैं। इसका जरिया बनेगा गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्र में बनने वाला वैश्विक स्तर का क्रिकेट स्टेडियम। इसके निर्माण की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत