Mirapur: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो चुका है। इस चुनावी समर में सभी दलों के नेता प्रचार में जुटे हुए हैं, और इसी बीच विभिन्न नेताओं की बयानबाजी भी चर्चा में है। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद मीरापुर विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी जाहिद हुसैन के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
चंद्रशेखर का बीजेपी पर हमला
चंद्रशेखर आजाद ने अपनी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी डर गए हैं और लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दे रही है, जबकि वे ‘पढ़ोगे तो और आगे बढ़ोगे’ का नारा दे रहे हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि ‘काटोगे-बंटोगे’ की राजनीति अब नहीं चलेगी और मुख्यमंत्री को कुछ नया लेकर आना चाहिए। उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार की ओर इशारा करते हुए कहा कि जनता उनके खिलाफ खड़ी हो गई है। उन्होंने फतेहपुर में पत्रकार दिलीप की हत्या, पुलिस कस्टडी में मोहित पांडेय की हत्या और गाजियाबाद में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज की भी आलोचना की।
मायावती का साथ, लेकिन विशेष भूमिका की जरूरत
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मायावती उनकी बड़ी नेता हैं, लेकिन षड्यंत्रकारियों से लड़ने के लिए उनके जैसे लोगों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हार रही है और इसी डर से चुनाव की तारीख भी बदल रही है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर दंगों का उपयोग बीजेपी और सपा के नेता हथकंडा के रूप में कर रहे हैं और वे रोजगार की बात करेंगे।
अखिलेश यादव और गठबंधन पर विचार
असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन न होने पर चंद्रशेखर ने कहा कि वे ओवैसी का सम्मान करते हैं और अपने बलबूते चुनाव लड़कर अपनी स्थिति समझना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में सब मिलकर लड़ सकते हैं। जयंत चौधरी को भाई बताते हुए उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह और अजीत सिंह उनके नेता हैं। कांग्रेस को सीट न देने के मामले में अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि त्याग की कोई इज्जत नहीं है।
चंद्रशेखर के इन बयानों ने मीरापुर में उपचुनाव के माहौल को और अधिक गरम कर दिया है, जहां विभिन्न राजनीतिक रणनीतियों के बीच जनता का रुख बहुमूल्य साबित होगा।