राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (NEET) UG 2025 के परीक्षा पैटर्न में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इस बार परीक्षार्थियों को 200 की बजाय केवल 180 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। परीक्षा का कुल समय तीन घंटे निर्धारित किया गया है। इस अपडेट के संदर्भ में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने अधिसूचना जारी कर दी है।
परिवर्तन की वजह और प्रभाव
इस बार NEET UG परीक्षा में वैकल्पिक प्रश्नों को हटाने का फैसला लिया गया है। 2025-26 सत्र के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों को अनिवार्य रूप से सभी 180 प्रश्नों का उत्तर देना होगा, जो पूर्व में सेक्शन बी में वैकल्पिक प्रश्नों की बजाए होगा। यह निर्णय परीक्षा प्रक्रिया को सरल और एकरूप बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।
पंजीकरण प्रक्रिया और समय सारिणी
परीक्षा के लिए पंजीकरण फरवरी अंत या मार्च के पहले सप्ताह में शुरू होने की संभावना है। कोविड-19 के दौरान जोड़े गए वैकल्पिक प्रश्न अब हटा दिए गए हैं। परीक्षा तीन घंटे की होगी, जिसमें भौतिकी और रसायन विज्ञान से 45-45 प्रश्न तथा जीवविज्ञान से कुल 90 प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्नीशन) पद्धति पर पेन-पेपर मोड में आयोजित की जाएगी।
प्रश्नों का अंक वितरण
परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न चार अंकों का होगा, जिससे कुल 720 अंक बनते हैं। फिजिक्स और केमिस्ट्री दोनों में 45-45 प्रश्न होंगे और बायोलॉजी में 90 प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा की तैयारी कराने वाले विशेषज्ञों के अनुसार परीक्षार्थियों को प्रत्येक प्रश्न हल करने के लिए एक मिनट का समय मिलेगा।
ID पंजीकरण की सुविधा
इस बार के पंजीकरण में पिछले वर्ष के विपरीत, आधार आईडी की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। अब अभ्यर्थी अन्य वैध पहचान पत्रों का उपयोग कर पंजीकरण कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया सरल और सुगम हो जाएगी।
NEET स्कोर का उपयोग
NEET (UG) स्कोर का उपयोग न केवल MBBS में प्रवेश के लिए बल्कि आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी जैसे अन्य चिकित्सा पाठ्यक्रमों के प्रवेश में भी होगा। वर्ष 2025 में, आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल्स में आयोजित होने वाले बीएससी नर्सिंग कोर्स में प्रवेश के इच्छुक मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) उम्मीदवारों को भी NEET (UG) पास करना आवश्यक होगा।
NEET UG 2025 का नया परीक्षा पैटर्न छात्रों के लिए समर्पित व तैयारी के लिए नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। यह बदलाव परीक्षा के समय को प्रभावी रूप से प्रबंधित करने के साथ, विद्यार्थियों को अधिक संगठित और स्पष्ट दृष्टिकोण प्रदान करेगा। छात्रों को इस बदलाव के अनुसार अपनी तैयारी रणनीति को सुधारने की आवश्यकता होगी ताकि वे सफलतापूर्वक परीक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।