Agra Loksabha Election 2024: लोकसभा के सियासी भूकंप में आगरा से एक खबर आ रही है जिसमें विधायक चौधरी बाबूलाल का पुत्र मोह पार्टी से भी आगे चला गया है। भाजपा पार्टी प्रत्याशी राजकुमार चाहर के विरोध में चौधरी बाबूलाल खुल कर बोल रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी राजकुमार चाहर की टिकट काट दे, मेरा बेटा रामेश्वर यहां से चुनाव नहीं लड़ेगा। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को जनता आदर करती है। वहीं पार्टी अनुशासनहीनता पर वे बोले कि वे पार्टी से बगावत नहीं कर रहे हैं।
फतेहपुरसीकरी लोकसभा सीट से भाजपा ने राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद से ही रामेश्वरी चौधरी ने मोर्चा खोल दिया है। इसमें भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल पूरा समर्थन दे रहे हैं। हर जनसभा में वे मौजूद रहते हैं। यहां तक की सोमवार को नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे रामेश्वर चौधरी के साथ चौधरी बाबूलाल भी मौजूद थे। इस दौरान भाजपा विधायक ने कहा कि उन्होंने पार्टी के साथ ना तो बगावत किया है और ना ही अनुशासनहीनता को कोई काम किया है। मेरे बेटे का जनता के बीच बहुत आदर-सम्मान है। वही चुनाव लड़वा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब भी पार्टी राजकुमार चाहर का टिकट वापस लेकर किसी और को दे सकती है। मेरा बेटा चुनाव नहीं लड़ेगा। लेकिन राजकुमार चाहर का साथ हम किसी भी रूप में नहीं दे सकते हैं।
नामांकन से ठीक एक दिन पहले चौधरी बाबूलाल प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह से मुलाकात करने पहुंचे थे। एक होटल के बंद कमरे में दोनों की मीटिंग हुई थी। राजनीति के गलियारों में चर्चा है कि इस मीटिंग में प्रदेश महामंत्री ने स्पष्ट किया था कि विधायक अपने बेटे को नाम वापसी के लिए तैयार करें। पार्टी उनके इस फैसले से खुश नहीं हैं। लेकिन विधायक ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी को लोग पसंद नहीं कर रहे हैं। इसलिए अगर मेरा बेटा चुनाव लड़ता है और जीतता है तो वो भाजपा के ही साथ रहेगा।
इससे पूर्व राजकुमार चाहर और एसपी सिंह बघेल के समर्थन में जनसभा करने आए सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में भी विधायक नहीं पहुंचे थे। इस दौरान सीएम ने पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों से पूरे प्रकरण की जानकारी भी ली थी।
नामांकन से पहले जीआईसी ग्राउंड पर हुई जनसभा में भी रामेश्वर ने लोगों से समर्थन मांगा। अपनी पगड़ी उतारकर लोगों के सामने रख दी। कहा कि मेरी जीत आपकी जीत होगी। जैसे भगवान श्री राम की खड़ाऊं रखकर भरत ने राज्य संभाला था। उसी तरह वो पंचायत की खड़ाऊं सिर पर रखकर चुनाव के मैदान में उतरे हैं।
कलेक्ट्रेट में नामांकन के लिए पहुंची चौधरी बाबूलाल की दूरी पार्टी के अन्य नेताओं और पदाधिकारियों से दूरी दिखाई दी। आगरा सुरक्षित सीट से प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल के नामांकन में पहुंचे राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल सहित जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष और विधायकों से दूर चौधरी बाबूलाल अपने बेटे के नामांकन में व्यस्त दिखाई दिए। नामांकन के लिए अंदर जाने वाले प्रस्तावकों को भेजने के लिए चिंता लेते दिखाई दिए। पार्टी के पदाधिकारियों ने भी उनसे बात करने की कोशिश नहीं की।