लखनऊ में भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा प्रदेश में चल रहे चुनाव के तैयारियों की समीक्षा के बाद कहा कि हमने प्रलोभन मुक्त, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बैठक यह बैठक की है। यूपी देश का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण प्रदेश है। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को बराबर का अवसर दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि 2024 में सभी को समान अवसर मिलेंगे। अफसरों और पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करने का निर्देश दिया गया है। चुनाव में धन और बाहुबल का प्रयोग नहीं होगा। सभी चुनाव खर्च चेक के माध्यम से ही होंगे। वहीं प्रत्याशी को खर्च करने के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा के अलावा 200 चेक की एक बुक दी जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम को लेकर राजनीतिक दलों में आशंका थी। सभी दलों ने ईवीएम का मूवमेंट सरकारी गाड़ी से ही कराने की मांग की है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार यूपी में 15.29 करोड़ मतदाता हैं। प्रदेश के कुछ बूथ महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बनाए जाएंगे। 85 वर्ष के लोगों को वोट डालने के लिए घर से लाने की सुविधा की जाएगी। उन्होंने बताया कि 40 प्रतिशत से अधिक विकलांग अपने घर से वोट कर सकेंगे। कम मत प्रतिशत वाली जगहों पर जिला निर्वाचन अधिकारी खुद जाएंगे। मल्टी स्टोरी इमारतों में अलग से बूथ बनाने का निर्णय लिया गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार के चुनाव में तकनीक का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जा रहा है जिसके लिए तीन एप लाए जा रहे हैं। एक ऐप के माध्यम से मतदाता चुनाव में होने वाले प्रलोभन, शराब और पैसों के वितरण के बारे में सीधे चुनाव आयोग से शिकायत कर सकते हैं। वोटर हेल्पलाइन दूसरा एप्लिकेशन है जिससे वोटर अपनी जानकारी ले सकता है। वहीं नो योर कैंडिडेट एप्लिकेशन के माध्यम से वोटर अपने कैंडिडेट की सारी जानकारी मोबाइल या कम्प्यूटर पर देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 30 जिलों की सीमा 9 राज्यों से लगती हैं। सात जिलों की सीमा पड़ोसी देश नेपाल से लगती है। यहां बॉर्डर पर सारी सुरक्षा एजेंसियां काम करेंगी। उन्होंने कहा कि RBI से कहा गया है कि बैंको की कैश वैन शाम को 5 बजे के बाद नही चलेंगी। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव की जिम्मेदारी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की होगी।