उत्तर प्रदेश को देश में एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के अपने प्रयास में, योगी सरकार बेहतर कनेक्टिविटी के लिए एक्सप्रेसवे विकसित करने के लिए सक्रिय रूप से लगी हुई है, प्रयागराज कुंभ 2025 के लिए देश और दुनिया भर से श्रद्धालु गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें।
एक्सप्रेस-वे की स्थापना के लिए रणनीतिक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य में एक्सप्रेस-वे के निर्माण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए दो नये एक्सप्रेस-वे की स्थापना के लिए रणनीतिक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने इस विशेष बैठक के दौरान प्रमुख दिशानिर्देशों पर प्रकाश डाला।
राज्य सरकार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लगभग 60 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाएगी। इसके निर्माण से प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे आपस में जुड़ जायेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अधिकारियों को लिंक एक्सप्रेस-वे के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जन आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए फर्रुखाबाद जिले को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की जरूरत है।
गंगा एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण
सीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पिछले साढ़े छह साल में उत्तर प्रदेश ने एक्सप्रेसवे के जरिए नई पहचान बनाई है। पूर्वांचल एक्सप्रेस और बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद वर्तमान में गंगा एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि ये परियोजनाएं गुणवत्ता के उच्चतम मानकों को बरकरार रखते हुए निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरी हो जाएं। उन्होंने कहा, ”बुंदेलखंड एक्सप्रेस की सवारी गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए चल रहे रखरखाव कार्य को समय पर पूरा किया जाना चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को सोलर एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किया जाना है। इसी प्रकार, पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे के उत्तरी भाग में वृक्षारोपण तथा दक्षिणी भाग में सौर ऊर्जा संयंत्र विकसित किये जाने चाहिए। इन प्रयासों से यह एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय पटल पर एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा।
गंगा एक्सप्रेसवे को दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। इससे देश और दुनिया भर से श्रद्धालु प्रयागराज कुंभ के लिए गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकेंगे जो वर्ष 2025 में आयोजित है। उन्होंने मंत्रियों से नियमित समीक्षा करके गंगा एक्सप्रेसवे के काम में तेजी लाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह गोरखपुर, संत कबीर नगर, आज़मगढ़ तथा अम्बेडकर नगर जिलों के लोगों के लिए एक उत्कृष्ट माध्यम बनेगा। इसका निर्माण समय पर पूरा होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच एक्सप्रेस-वे पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा, आगरा-लखनऊ तथा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 30 औद्योगिक गलियारों के विकास की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे 11 औद्योगिक गलियारे विकसित किये जायेंगे, जिनमें बुन्देलखण्ड में छह, आगरा-लखनऊ में पांच, पूर्वाचल में छह और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे में दो औद्योगिक गलियारे होंगे।