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Mahakumbh Nagar : मुख्य सचिव और डीजीपी ने महाकुम्भ की तैयारियों का किया स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा

महाकुम्भ नगर: पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के सकुशल संपन्न होने के बाद अब प्रदेश सरकार का पूरा फोकस 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर्व पर होने वाले अमृत स्नान की तैयारियों पर है। इसकी तैयारियों को और पुख्ता करने के लिए गुरुवार को मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह और उत्तर प्रदेश के डीजीपी श्री प्रशांत कुमार ने महाकुम्भ क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान मुख्य सचिव और डीजीपी ने आईसीसीसी सभागार में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी की।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले दो पर्वों पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति पर सभी व्यवस्थाएं और सुविधाएं अच्छी रही हैं और दोनों पर्व सकुशल संपन्न कराए गए हैं। 144 साल बाद ऐसी स्थिति बनी है जब पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति दोनों एक साथ मनाए गए हैं। यह हमारे लिए मौनी अमावस्या से पहले ड्रेस रिहर्सल का अवसर था। अब हमें मौनी अमावस्या के प्रमुख पर्व की तैयारी पर जोर देना है तथा व्यवस्थाओं को और बेहतर करना होगा।
उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में जल्द ही मा0 प्रधानमंत्री जी के भ्रमण के साथ ही कैबिनेट बैठक भी संभावित है। इसको लेकर सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर ली जाएं। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि सभी सेक्टर में सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस के साथ ही सभी विभागों के अधिकारी भी अवश्य मौजूद रहें।


उन्होंने रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को लेकर कहा कि रेलवे स्टेशनों पर साइनेजेज को और बेहतर किया जा सकता है। सभी साइनेजेज ऐसे होने चाहिए जिन पर श्रद्धालुओं को जानकारी दी जाए कि उन्हें कौन से रेलवे स्टेशन पर जाना है। यह स्पष्ट दिखना चाहिए की उनके गंतव्य की ट्रेन उन्हें कहां मिलेगी। डिजिटल स्क्रीन पर ट्रेन और स्टेशन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जाए। साथ ही सभी रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए संगम की दूरी भी स्पष्ट रूप से दिखनी चाहिए।उन्होंने मेला क्षेत्र में प्रदान की जा रही सुविधा की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रमुख स्नान पर्व और अमृत स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं को टेलीकॉम की परस्पर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा की मेला क्षेत्र में टेलीकॉम का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत मजबूत है। ऐसे में फोन न लगने की शिकायत किसी भी सूरत में नहीं आनी चाहिए।

उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज से अधिक बसों का संचालन किया जाए। खासतौर पर अयोध्या के लिए नियमित बसें संचालित हों। उन्होंने निर्देश दिया कि जो स्टेशन बंद हैं, वहां पर भीड़ एकत्रित न हो इसके लिए सूचना का प्रचार-प्रसार स्पष्ट रूप से किया जाए। साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाए की श्रद्धालुओं को पता चल सके कि उन्हें उनकी बस कहां से मिलेगी।
पीडब्लूडी की तैयारी की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा की समस्त पांटून पुलों पर अंत तक लोहे की मजबूत रेलिंग लगाई जाए। कोई भी हिस्सा बिना रेलिंग के नहीं होना चाहिए। साथ ही निर्देशित किया की श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त साइनेज की भी व्यवस्था की जाए।


स्वच्छता को लेकर उन्होंने निर्देश दिया की संगम नोज पर टॉयलेट्स और यूरिनल्स पर्याप्त संख्या में होने चाहिए। कहीं भी ओवरफ्लो की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। साथ ही अखाड़ा क्षेत्र में वीआईपी टॉयलेट्स की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि 20 जनवरी तक सभी डेढ़ लाख टॉयलेट्स स्थापित हो जाने चाहिए।ड्रिंकिंग वॉटर कनेक्शन को लेकर उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में स्थापित सभी पब्लिक और प्राइवेट संस्थाओं में पीने के पानी की सुविधा होनी चाहिए। प्राथमिकता के आधार पर यहां नल के कनेक्शन दिए जाएं। जजेज कॉलोनी और मीडिया कॉलोनी समेत सभी संस्थाओं में पानी की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देश दिया की घाटों पर पानी का लेवल और प्योरिटी सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने कहा सभी स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल होना चाहिए। पुलिस कर्मी टाइम से ड्यूटी पर आएं, यह सुनिश्चित करें। मेला क्षेत्र समेत जहां भी बैरिकेडिंग की आवश्यकता है, वहां पर इसे मजबूती से सुनिश्चित किया जाए। चेकिंग और पेट्रोलिंग लगातार होती रहे। संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाए। स्नान पर्व और अमृत स्नान के बाद सतर्कता में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। पुलिस यह भी सुनिश्चित करे की रोड पर भंडारे या निःशुल्क खाना ना बांटा जाए। भंडारों के लिए जो एरिया तय किया गया है वहीं पर खाने का वितरण होना चाहिए।

उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जहां पर भी पुलिस की ड्यूटी लगाई जा रही है वहां पर पर्याप्त मात्रा में टॉयलेट की भी व्यवस्था सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए की मेले में संचालित हो रही एंबुलेंस का उपयोग सिर्फ पेशेंट को लाने के लिए किया जाए। यदि कोई इसका दुरुपयोग करता दिखाई दे तो उस पर तत्काल कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि पार्किंग में गाड़ियों की संख्या पूरी होने के बाद दूसरी पार्किंग में डायवर्ट किए जाने की व्यवस्था को मजबूती से लागू किया जाए। सभी पार्किंग में कैमरा के इंस्टॉलेशन की कार्यवाही जल्द से जल्द पूरी की जाए। पार्किंग में बिजली और मैनपावर की कमी नहीं होनी चाहिए। पार्किंग लेआउट प्लान को बेहतर ढंग से लागू किया जाए। बाहर से आने वाले यात्रियों को पार्किंग स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए।

पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा की शहर के महत्वपूर्ण स्थलों पर भी ट्रेन का रनिंग स्टेटस दिखना चाहिए। किसी भी स्थिति में ट्रेनों का प्लेटफार्म चेंज नहीं होना चाहिए। पार्किंग स्थल पर नंबरिंग वाले बैलून लगाए जाएं, जिससे दूर से ही पार्किंग स्थल को देखा जा सके। मुख्य सचिव और डीजीपी दोनों ने निर्देश दिए की श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए संगम नोज पर स्थापित बिजली के खंभों पर नंबरिंग की जाए। इन खंभों पर चारों तरफ से नंबर दिखाई देना चाहिए।
प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात ने कहा कि मेला क्षेत्र में खोया पाया केंद्रों के द्वारा 5 से 10 मिनट के अंतराल में ही अनाउंसमेंट किया जाए। लगातार अनाउंसमेंट से पैनिक की स्थिति ना बने इसे सुनिश्चित करें।
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया की आगामी अमृत स्नान पर अखाड़ा क्षेत्र के लिए 3 नए जोन बनाए जाएंगे। बैरीकेडिंग, साइनेज लगाने का काम पुलिस द्वारा ही किया जाएगा। उन्होंने बताया की पांटून पुलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। इस अवसर पर मंडलायुक्त श्री विजय विश्वास पंत, एडीजी प्रयागराज मंडल श्री भानु भास्कर, मेलाधिकारी  विजय किरण आनंद और जिलाधिकारी  रविन्द्र मांदड़ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि मौजूद रहे।

 

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