गोरखपुर में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अवेद्यनाथ जी महाराज के 10वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि संतों की पुण्यतिथि के आयोजन से जुड़कर हम लोग एक नई प्रेरणा के साथ-साथ उनके व्यक्तितव और कृतित्व से बहुत कुछ ग्रहण कर सकेंगे। जो कि हमारे जीवन में एक नई दिशा प्रदान करेगा।
सीएम योगी ने आयोजन में कहा कि- यह मेरा सौभाग्य है कि मैं लंबे समय तक पूज्य अवेद्यनाथ के सानिध्य में रहकर यहां गोरक्षनाथ में रहकर विभिन्न कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ था। वह धर्माचार्य थे, समाज सुधारक थे। सहज और सरल लोगों के लिए वह उतने ही सहज और सरल होते थे। वात्सल्य जैसा उनका स्वभाव था। लेकिन, वज्र जैसी उनमें कठोरता भी थी। वे हमेशा धर्म विरोध के खिलाफ रहे।
सीएम योगी ने आगे कहा कि- उन्होंने समाज के संगठन को देखते हुए अभियान को आगे बढ़ाया। मैंने कल भी कहा था कि गोरक्षपीठ की परंपरा जोड़ने की परंपरा रही है। इतिहास के कालखंड हमेशा इस बात के लिए प्रेरित करते हैं कि हम जुड़कर एकसाथ रहें। हमारे आपसी विभाजन की खाई को चौड़ा करने का प्रयास जो शुरू हुआ था। उस एकता के खंडित होने का परिणाम इस देश को लंबे समय तक भुगतना पड़ा।