चीन से फैली नई बीमारी एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के भारत में भी मामले सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। आज मंगलवार को सीएम योगी अपने सरकारी आवास पर स्वास्थ्य और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ इस बीमारी पर रोकथाम और तैयारियों को लेकर एक अहम बैठक करेंगे। यह बैठक सुबह 11 बजे निर्धारित की गई है।
देश के इन राज्यों में मिले एचएमपीवी के मामले
एचएमपीवी के केस हाल ही में बेंगलुरु, गुजरात, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में दर्ज किए गए हैं। खास बात यह है कि अब तक यह बीमारी केवल 14 साल से कम उम्र के बच्चों में ही पाई गई है। केंद्र सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
बैठक में होगा रोकथाम और प्रबंधन पर मंथन
मुख्यमंत्री इस बैठक में अधिकारियों से एचएमपीवी के प्रसार, लक्षण और प्रबंधन के बारे में जानकारी लेंगे। साथ ही, इस वायरस से निपटने के लिए राज्य स्तर पर क्या रणनीति अपनानी है, इस पर विस्तृत चर्चा होगी।
एचएमपीवी: क्या है यह बीमारी और इसके लक्षण?
एचएमपीवी एक रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी वायरल बीमारी है, जो सांस की समस्याओं वाले बच्चों को अधिक प्रभावित करती है। इसके सामान्य लक्षणों में हैं।
बुखार
खांसी
सांस लेने में दिक्कत
थकावट
इस वायरस का कोई टीका उपलब्ध नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, यह बीमारी आमतौर पर सर्दियों में फैलती है और मास्क पहनने, हाथ साफ रखने, और बच्चों को भीड़भाड़ से बचाने से इसका प्रसार रोका जा सकता है।
कोरोना से तुलना पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
लोग इस वायरस की तुलना कोरोना से कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। एचएमपीवी नया नहीं है और इसके कारण गंभीर स्थिति बहुत कम ही होती है। विशेषज्ञों ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। उनके अनुसार, सतर्कता और सावधानी से इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।