सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 1,573 एएनएम स्वास्थ्य कार्यकर्त्रियों को नियुक्ति वितरित किया। इससे पहले सीएम योगी कई अन्य विभागों के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया है। इसी कड़ी में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भी एएनएम कार्यकर्त्रियों को नियुक्ति पत्र दिया है। इस दौरान सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह मौजूद रहे।
सीएम योगी कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं नीति आयोग के कुछ आंकड़ों को देख रहा था और आपको भी लग रहा होगा कि वास्तव में उत्तर प्रदेश बदला है। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्ष के अंदर यूपी बिमारू राज्य की श्रेणी से उभर कर एक सक्षम राज्य बनने की ओर अग्रसर हुआ है।
सीएम योगी ने कहा कि मैंने देखा कौन से ऐसे जिले हैं, जहां ज्यादा कार्य करनी की आश्यकता थी और पहले की सरकारों में नहीं हो पा रहा था। उन्होंने बताया कि जब इस मामले में हम लोगों ने नजर डाला तो जिन जिलों की स्थिति पहले बहुत खराब थी, इनमें बहराइच, श्रावस्ती, बरामपुर, बदायूं, सीतापुर, सिद्धार्थनगर, संभल, खीरी, हरदोई और बांदा थे। उन्होंने कहा कि ये सब वही जिले हैं जो हमार एस्प्रेशनल डिस्ट्रक्ट हैं। उन्होंने कहा कि इन जिलों में जो पैरामीटर हम लोगों ने तय किए थे वो शिक्षा का था, स्वास्थ्य का था, कृषि और जल संसाधन, स्किल डेवलपमेंट और रोजगार और फाइनेंसियल इंक्लूजन का था। उन्होंने बताया कि इन सब में एक अभियान के तहत कार्य किया गया।
सीएम योगी ने गरीबी हटाओ के नारे पर पिछली सरकारों को घेरा। उन्होंने कहा कि क्या नारे से गरीबी हटेगी। सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि उस समय के सरकारों की बिमारू मानसिकता ने उत्तर प्रदेश जैसे प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर उस भूमि को बिमारू बना दिया था। उन्होंने कहा कि उनकी बिमारू मानसिकता के कारण उत्तर प्रदेश बदहाल स्थिति में था। सीएम योगी ने सभी एएनएम कार्यकर्त्रियों को शुभकामनाएं दी।