यूपी में इस वक्त मानसूनी बारिश हो रही है। अच्छी बारिश होने से जहां एक ओर धान की रोपाई चल रही है तो वहीं, दूसरी ओर प्राकृतिक आपदा से जनहानि की खबरें भी सामने आ रही हैं। सूबे में हो रही बारिश पर सीएम योगी नजर बनाए हुए हैं। योगी सरकार बारिश की वजह से कहीं भी जान और माल की घटना न होने पाए, इसके लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। पिछले 24 घंटे में भारी बारिश की वजह से कई जिलों में आकाशीय बिजली, डूबने और शर्पदंश की घटनाएं सामने आईं हैं। जिसको लेकर भी सीएम योगी काफी संवेदनशील हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि तत्काल अनुमन्य राहत राशि वितरित किए जाएं। वहीं, देवरिया जिले के सरयू नदी के किनारे बसे तराई क्षेत्र के दर्जनों गांव का संपर्क हर वर्ष बाढ़ की वजह से संकट से जूझता है। जहां अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि बारिश के मौसम में सैकड़ों गांवों को जोड़ने वाला पिड़रा पुल बाढ़ में डूब जाता है और लोगों का देवरिया शहर से संपर्क टूट जाता है। बाढ़ खंड देवरिया दावा कर रहा है कि तराई क्षेत्र में पड़ने वाले तटबंधों का रख रखाव के साथ रैन कट और रैन होल का भराव करवा दिया गया है। लेकिन जब यूपी की बात की टीम पिड़रा पुल पर पहुंची तो सरयू नदी का कटान साफ देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही मुख्य जनसंपर्क मार्ग पर पारक्यूपाइन कराया जा रहा था, जो शायद ही बाढ़ आने पर इस बांध को बचा सके।
यूपी की योगी सरकार तटबंधों और बंधों के रख रखाव के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का पालन करते नहीं दिख रहे हैं। जब इस संबंध में बाढ़ खंड के अभियंता एनके जार्डियां से बात करने की कोशिश कि गई तो उन्होंने कैमरे पर बोलने से मना कर दिया। गोरखपुर मंडल ब्यूरो प्रदीप आनंद श्रीवास्तव ने ग्राउंड जीरो पिंडरा बंधा पर जाकर जब देखा तो बाढ़ खंड और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की नाकामी देखने को मिली।
यहां जो काम लगभग दो महीने पहले हो जाना चाहिए था, वो अब बारिश के मौसम जल्दी-जल्दी कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब नेपाल पानी छोड़ेगा तो नदी सड़क के ऊपर बहने लगेगी। उन्होंने बताया कि लोगों का कहना है कि जब नदी उफान पर होती है तो सड़क के ऊपर नाव चलने लगती है। आपको बता दें कि योगी सरकार ने हर विभाग को खूब पैसा दिया है। इसके बाद भी अधिकारी विकास कार्य नहीं करा पा रहे हैं।