महाकुम्भ में व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयागराज में मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती के साथ ही 05 विशेष सचिव भी तैनात किये गए हैं।
1. श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी:
– रेलवे और परिवहन निगम को विशेष ट्रेनें और अतिरिक्त बसें चलाने के निर्देश।
– प्रयागराज के सभी स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं को समय पर गंतव्य तक पहुँचाने की जिम्मेदारी।
2. होल्डिंग एरिया में बुनियादी सुविधाएँ:
– रुके हुए श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पेयजल और बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश।
– किसी भी होल्डिंग एरिया में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
3. यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण:
– पेट्रोलिंग बढ़ाएँ: प्रयागराज से जुड़े सभी मार्गों (अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज आदि) पर यातायात अवरुद्ध न होने दें।
– जाम से बचाव: सड़कों पर अवैध वेंडर्स या अतिक्रमण हटाकर यातायात को निर्बाध बनाएँ।
– बैरिकेडिंग और ट्रैफिक पुलिस: भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया में लोगों को रोककर चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाएँ।
4. आगामी “अमृत स्नान” (बसंत पंचमी) की तैयारी:
– 3 फरवरी को बसंत पंचमी:
– मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए प्रयागराज पहुँचने के निर्देश।
– सुरक्षा, स्वच्छता और भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान।
विशेष अधिकारियों की तैनाती:
– आशीष गोयल और भानु गोस्वामी: 2019 कुंभ के अनुभवी अधिकारियों को प्रयागराज में तैनात किया गया।
– 5 विशेष सचिव: 12 फरवरी तक मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए नियुक्त।
– पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी: अतिरिक्त तैनाती से सुरक्षा चाक-चौबंद।
अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट और मीरजापुर में सतर्कता:
– इन शहरों में भी श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए होल्डिंग एरिया, पार्किंग और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर जोर।
– स्थानीय प्रशासन को लगातार मॉनिटरिंग और जनता से संवाद बनाए रखने के निर्देश।
मुख्यमंत्री का संदेश: “एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा और सुविधा हमारी प्राथमिकता है। कुंभ जैसे पावन आयोजन में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं। अधिकारी मैदान में उतरकर हर चुनौती का समाधान करें।”
श्रद्धालु यातायात अपडेट और सुरक्षा निर्देशों के लिए यूपी टूरिज्म ऐप या टोल-फ्री नंबर 1076 का उपयोग कर सकते हैं।