उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली को विकास की राह पर एक नई दिशा देते हुए मंगलवार को कुल 932 करोड़ रुपये की 132 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें से 74 योजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जिनकी लागत 507 करोड़ रुपये है, जबकि 58 नई परियोजनाएं करीब 425 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की जाएंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि अब बरेली पूरी तरह बदल चुका है। उन्होंने कहा, “यह वही बरेली है, जहां 2017 से पहले दंगे आम बात थे, लेकिन बीते आठ वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ है। आज बरेली में शांति और विकास की मिसाल कायम हो चुकी है।”
सीएम योगी ने कहा कि “अब यहां दंगा नहीं, सब चंगा है। जो लोग पहले अशांति फैलाते थे, वे अब कानून के डर से छिपे रहते हैं। उन्हें पता है कि अगर उन्होंने दंगे जैसी कोई हरकत की, तो सरकार उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त कर गरीबों के कल्याण में लगा देगी।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि बरेली अब ‘दंगा सिटी’ नहीं बल्कि ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में पहचाना जाने लगा है। शहर में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है, निवेश बढ़ रहे हैं और उद्योगों की स्थापना हो रही है।
पूर्ववर्ती सरकारों पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “पहले की सरकार ने बरेली को केवल झुमके तक सीमित रखा, लेकिन हमारी सरकार ने इसे नाथ नगरी के गौरव से जोड़ते हुए नाथ कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं के जरिए इसकी ऐतिहासिक पहचान को पुनर्स्थापित किया है।”
बरेली कॉलेज के मैदान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘स्कूल चलो अभियान’ की शुरुआत करते हुए स्कूली बच्चों को पुस्तकें और शैक्षणिक किट वितरित कीं। कार्यक्रम में उनके साथ पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार और वन राज्य मंत्री अरुण सक्सेना मौजूद रहे।
वन मंत्री ने मंच से नारा लगाते हुए कहा, “योगी जी आप सब पर भारी, अयोध्या-काशी के बाद मथुरा की बारी।” उन्होंने युवाओं से भी आह्वान किया कि नौकरी मांगने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनें।
मुख्यमंत्री योगी ने विभिन्न क्षेत्रों में विकास को गति देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं:
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने 100 नई एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये एंबुलेंस बरेली सहित आसपास के 18 जिलों में तैनात की जाएंगी, जिससे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक तेज और प्रभावी होंगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लाभार्थियों को प्रमाण पत्र, टूलकिट, और आर्थिक सहायता के चेक भी प्रदान किए। उन्होंने ‘संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ की भी शुरुआत की।
मुख्यमंत्री ने बरेली में प्रस्तावित एमएसएमई इंडस्ट्रियल टाउनशिप के मॉडल का अवलोकन भी किया। यह टाउनशिप 113 हेक्टेयर भूमि पर विकसित की जाएगी, जिसमें 150 से अधिक उद्यमियों को प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे बरेली में औद्योगिक विकास और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि जब कोई समाज शिक्षा को प्राथमिकता देता है, तो उसकी प्रगति को कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने बताया कि:
उन्होंने कहा कि अब स्कूलों में टपकती छतों की जगह सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।