सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सकारात्मक विकासखंडों में काम कर रहे रिसर्च करने वालों से किया। साथ ही उन्होंने विकास खंडों की प्रगति पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे। सीएम योगी ने फेलोशिप कार्यक्रम के रिसर्चर्स द्वारा गांव में स्वरोजगार सृजन करने और ग्राम पंचायत स्तर पर बैंकों के कैंप लगाने का काम किया गया। पिछले साल की तुलना में मौजूदा वक्त में 90 प्रतिशत विकासखंड राज्य को औसत के बराबरी पर आ गए हैं।
आपको बता दें कि पिछले साल सौ से ज्यादा विकासखंड राज्य के औसत से भी पीछे थे, लेकिन इस साल के आंकड़ें काफी खुश कर देने वाले हैं। क्योंकि अब 10 से भी कम विकासखंड ऐसे हैं, जो राज्य की औसत से पीछे हैं। बाकी विकासखंडों ने राज्य के औसत की बराबरी कर ली है। फेलोशिप कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने 100 छात्र विकासखंडों में तैनात शोधार्थियों से संवाद भी स्थापित किया।
इस दौरान शोधार्थियों ने खंडों में अपने-अपने विकासखंडों में किए जा रहे कामों से भी सीएम योगी को अवगत कराया। सीएम योगी ने यूपी के विकास खंडों की प्रगति पुस्तिका का विमोचन किया। यूपी के सभी विकास खंडों में किए गए कामों का जिक्र किया गया है।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि आज मुझे तीसरी बार संवाद बनाने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज का दिन आकांक्षत्मक विकास खंडों के लिए चयन का एक वर्ष पूरे होने का अवसर है। उन्होंने कहा कि आज जब देश के अंदर एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट की बात आती है आकांक्षात्मक जिलों की रैंकिंग की बात आती है तो टॉप टेन में जिन्होंने सबसे अच्छी प्रोग्रेस की है, उनमें से पांच उत्तर प्रदेश के जनपद आते हैं।