उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दूसरे दिन स्वर्वेद महामंदिर में आयोजित विहंगम योग संत समाज के शताब्दी महोत्सव में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि “हमारा देश सुरक्षित है तो हमारा धर्म सुरक्षित है और हमारा धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं।”
सीएम योगी ने इस समारोह के दौरान 25,000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का उद्घाटन किया। उन्होंने यज्ञ स्थल पर लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति और व्यवस्था की सराहना की।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा कहते हैं कि “हर कार्य देश के नाम होना चाहिए,” और इस भावना के तहत हमें हर कार्य को समाज, मत-मजहब से ऊपर उठकर भारतीयता और सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीयता और सनातन धर्म की ताकत से ही हमारे देश को एकजुट किया जा सकता है। यह धर्म ना केवल भारत की संस्कृति को बल देता है, बल्कि यह पूरी दुनिया को एकजुट करने की शक्ति भी रखता है।
उन्होंने विहंगम योग संत समाज की स्थापना के 100 वर्षों के इस मौके पर, इसके संस्थापक सद्गुरु सदाफल देव महाराज की यौगिक साधना का उल्लेख किया।
सीएम योगी ने सद्गुरु सदाफल देव महाराज के जीवन और कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि 1924 में बलिया के एक छोटे से गांव में जन्मे सद्गुरु ने विहंगम योग संत समाज की स्थापना की थी। उनका उद्देश्य समाज में आध्यात्मिक जागृति फैलाना था। आज, शताब्दी समारोह के साथ हम उनके दृष्टिकोण और कार्यों का सम्मान कर रहे हैं।
योगी ने कहा कि सद्गुरु का संदेश था कि एक सच्चा योगी कभी भी हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकता। वह समाज और देश के लिए कार्य करता है। उन्होंने यह भी बताया कि जब भारत गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा था, तब सद्गुरु ने अपनी आध्यात्मिक साधना से स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था। सद्गुरु ने देशवासियों को जागरूक किया और उन्हें विदेशी दासता से मुक्ति दिलाने की दिशा में अपना योगदान दिया।
योगी आदित्यनाथ ने काशी के विकास की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में काशी को 10 वर्षों में एक नया रूप मिला है। काशी विश्वनाथ धाम अब दुनिया का सबसे बड़ा स्नान घाट (नमो घाट) बन चुका है, जहां दुनिया भर के श्रद्धालु आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद काशी की कनेक्टिविटी में 100 गुना सुधार हुआ है। अब काशी से हल्दिया तक जलमार्ग की सुविधा उपलब्ध हैं, जिससे यात्रा को और अधिक सुगम बनाया जा सके। इसके अलावा, काशी के देव मंदिरों का कायाकल्प हुआ है और यहां की सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी में भी भारी सुधार हुआ है।
सीएम योगी ने विश्व स्तर पर योग की बढ़ती लोकप्रियता का भी उल्लेख किया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे वैश्विक मंच पर पहुंचाया। 175 से अधिक देशों में लोग योग से जुड़े हुए हैं और जब भी योग की चर्चा होगी, भारत के ऋषियों और गुरुओं के प्रति श्रद्धा का भाव दुनिया भर में फैलेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में, 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके साथ ही, प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ मेला भी आयोजित होने जा रहा है, जिसे यूनेस्को ने अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2023 को इस शताब्दी समारोह का शुभारंभ किया था। पीएम मोदी ने स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन करते हुए विहंगम योग संत समाज और स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की थी।
इस दौरान आचार्य स्वतंत्र देव जी महाराज, संत प्रवर विज्ञान देव महाराज और राज्य सरकार के मंत्री अनिल राजभर समेत कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav