मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार शाम गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति के अवसर पर होने वाले प्रसिद्ध खिचड़ी मेले की तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मेले की सुरक्षा, व्यवस्था और सुविधाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की और सभी कार्यों को 25 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर का खिचड़ी मेला न केवल उत्तर भारत, बल्कि नेपाल, बिहार और अन्य क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है। इसके साथ ही यह गोरखपुर शहर के विकास और सकारात्मक बदलाव की ब्रांडिंग का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है।
उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को गोरखपुर की एक अविस्मरणीय और सकारात्मक छवि जानी चाहिए, ताकि वे लौटते समय यहां की व्यवस्थाओं से संतुष्ट रहें।
योगी ने प्रशासन से कहा कि सभी विभागों को अपनी तैयारियां समय पर पूरी करनी चाहिए। सुरक्षा और सुविधाओं के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोई असुविधा न हो।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए और सभी विभागों को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यातायात, साफ-सफाई, शौचालय, अलाव, लंगर और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कोई कमी न हो।
मुख्यमंत्री ने खिचड़ी मेला को “प्लास्टिक फ्री” बनाने का भी निर्देश दिया, ताकि पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मेले का आयोजन किया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि मेला परिसर में श्रद्धालुओं के लिए जूते-चप्पल रखने के उचित स्थानों का भी इंतजाम किया जाए।
रैन बसेरों की सुविधा पर भी विशेष ध्यान दिया गया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि किसी भी श्रद्धालु को खुले में सोने की स्थिति न बने और उन्हें नजदीकी रैन बसेरों में आराम से ठहराया जाए। इन रैन बसेरों में पर्याप्त बिस्तर, कंबल और सफाई की व्यवस्था की जाए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
सुरक्षा की व्यवस्था के तहत, मुख्यमंत्री ने मेला परिसर में झूलों और अन्य आकर्षणों की सुरक्षा की भी समय रहते जांच करने की बात कही। इसके अलावा, पुलिस को सतर्कता और सुरक्षा में विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। यातायात के सुचारु संचालन के लिए पार्किंग स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था और साफ-सफाई की भी योजना बनाई गई है।
योगी आदित्यनाथ ने खिचड़ी मेला में श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए परिवहन व्यवस्था को भी मजबूत करने की बात की। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग रोडवेज बसों के माध्यम से गांव-गांव तक श्रद्धालुओं को मेला स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। रेलवे प्रशासन को मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन का निर्देश भी दिया गया है, ताकि गोरखपुर आने-जाने में कोई कठिनाई न हो।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को भी विशेष रूप से अलर्ट रहने की हिदायत दी। मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य कैम्प स्थापित करने की योजना बनाई गई है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित इलाज उपलब्ध कराया जा सके।
गोरखपुर में चल रही विकास परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी परियोजना और अन्य विकास कार्यों की जानकारी ली और उन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, गोरखपुर में पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए नई पार्किंग व्यवस्था बनाने और मल्टीलेवल पार्किंग की योजना पर भी चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर महोत्सव के दौरान खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन ग्राम पंचायत, न्याय पंचायत और विकास खंड स्तर पर किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को भी इससे जोड़ा जा सके।
समीक्षा बैठक में, नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि प्रयागराज महाकुंभ के मद्देनजर गोरखपुर में 14 स्थायी रैन बसेरों के अलावा तीन अस्थायी रैन बसेरे बनाए जाएंगे। ये रैन बसेरे रेलवे और बस स्टेशन के पास बनाए जाएंगे, ताकि महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिल सके।
बैठक में पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, पुलिस, बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे और खिचड़ी मेला की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सभी अधिकारियों को कड़ी मेहनत और समन्वय के साथ मेले की तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया, ताकि गोरखपुर का खिचड़ी मेला न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित और सुखद अनुभव बने, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा का प्रतीक भी बने।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav