यूपी की कमान संभालते ही योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों, गैंगस्टरों और माफियाओं को साफ चेतावनी दे दी थी कि वे या तो सुधर जाएं या फिर यूपी छोड़ दें। उनकी बातों को मानकर जिन गुंडे, बदमाशों ने गलत कामों को छोड़ दिया, उनकी तो खैर है। लेकिन जिन्होंने सीएम योगी की इन बातों को नहीं माना वे या तो जेल में बंद हैं या फिर पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं।
योगी के राज में पुलिस फ्री हैंड काम कर रही है। सीएम योगी ने पुलिस को पूरी छूट दी है कि अपराधी कोई भी हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सीएम के आदेश के बाद पुलिस ने गुंडे, बदमाशों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। जिसका परिणाम है कि आज सूबे में किसी को कोई भय नहीं है। योगी राज में एक तरफ जहां पुलिस बदमाशों, माफियाओं और गुंडों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, तो दूसरी ओर लोगों में सुरक्षा का नया विश्वास पैदा हुआ है। सीएम योगी ने पुलिस को और सशक्त बनाने के लिए लखनऊ, कानपुर, नोएडा और वाराणसी के साथ ही आगरा, प्रयागराज और गाजियाबाद को पुलिस कमिश्नरेट बनाया।
यूपी को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए सीएम योगी कोई भी कमी नहीं कर रहे हैं। इसी कड़ी में पुलिस को और सशक्त बनाने की हर संभव कोशिश जारी है। गुरुवार को सीएम योगी ने पुलिस भर्ती में चयनित 1377 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए। इस दौरान उन्होंने नवचयनित अभ्यर्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। सीएम योगी ने इस कार्यक्रम में कहा कि आपने छह साल में बदलते उत्तर प्रदेश को देखा। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में भारत को बदलते देखा। उन्होंने कहा कि भारत को आज दुनिया में सम्मान के साथ देखा जा रहा है।
सीएम योगी ने कार्यक्रम में कहा कि देश के लिए यूपी का आगे बढ़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल में हमने घर-घर शौचालय बनाने लक्ष्य पाया। आज उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है। पहले उत्तर प्रदेश प्रश्न प्रदेश के तौर पर जाना जाता था, लेकिन आज ऐसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि सड़क आवागमन के लिए है, न कि उपासना के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब प्रदेश में कहीं भी सड़क पर नमाज नहीं होती है।
इस समारोह में सीएम योगी ने पर्व और त्योहारों को लेकर भी कहा कि आज पर्व और त्योहार शांति से संपन्न होते हैं। पहले पर्व-त्योहार आने पर डर-भय का माहौल होता था। उन्होंने कहा कि बिना विवाद के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए। आज प्रदेश के हर रेंज में एक साइबर थाना है। सीएम ने पुलिसकर्मियों के नियुक्त कार्यक्रम के दौरान इन बातों का जिक्र किया।
सीएम योगी ने कहा कि पुलिस विभाग में पिछले छह सालों में एक लाख 56 हजार भर्तियां हुईं हैं। इसके साथ पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता में जबरदस्त बढ़ेतरी हुई है। सूबे के हर रेंच में साइबर थाने बनाए गए। अब हर जिले में साइबर थाने बनाने की कवायत चल रही है। इसके साथ ही एक लाख 29 हजार पदों पर प्रमोशन को भी सफलता पूर्वक आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि लिपिकीय संवर्ग में महिलाओं का चयन देखकर अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ग में उनकी बड़ी भूमिका हो सकती है।
आपको बता दें कि यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड से चयनित अभ्यर्थियों में 217 उपनिरीक्षक, 527 सहायक उपनिरीक्षक, 344 सहायक पुलिस उपनिरीक्षक, खेल कोटे से 299 सिपाही शामिल हैं। सीएम योगी ने नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुझे याद है जब मेरे पास साल 2017 में सत्ता आई थी, इस वक्त पुलिस भर्ती पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से स्टे था। उन्होंने कहा कि उस समय पुलिस भर्ती को आगे बढ़ाना मेरे लिए चैलेंज था। उन्होंने कहा कि रेणुका मिश्रा जो इस वक्त यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष हैं, को बुलाया और पूछा कि पुलिस भर्ती कैसे आगे बढ़ सकती है।
यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने कहा कि 62424 पदों पर भर्ती के लिए अधियाचना मिले हैं। इसमें से 52699 कांस्टेबल और 2469 एसआई के पद हैं। उन्होंने कहा कि परिक्षा सुरक्षा के साथ कराने के लिए आधार ऑथेंटिकेशन के लिए यूएआई और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए डिजिलॉकर से संपर्क किया गया है। आइरिस और फेशियल रिकॉगनिशन टेक्नॉलाजी का इस्तेमाल किया जाएगा।
सीएम योगी और रेणुका मिश्रा के इन बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल्द ही सूबे को और नए पुलिसकर्मियों की टुकड़ी मिलेगी। योगी राज में पुलिस विभाग जिस मुस्तेदी के साथ काम कर रही है, उसी का परिणाम है कि यूपी में बेहतर कानून व्यवस्था और भय मुक्त वातावरण बना है।