गोरखपुर में सीएम योगी के दौरे का आज दूसरा दिन है ऐसे में वे आज महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 92वें संस्थापक सप्ताह के समापन समारोह में पहुंचे। उन्होंने यहां मौजूद युवाओं से कहा कि उनके जीवन का उद्देश्य मात्र डिग्री लेना ही नहीं होना चाहिए बल्कि जीवन में समय के साथ खुद को तैयार करने का भी होना चाहिए। ताकि समाज को बेहतर बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि बच्चे मोबाइल पर गेम खेल कर अपना बहुमूल्य समय बर्बाद कर रहे हैं ऐसे में यदि वे अपने रुचि को ध्यान में रखकर चीजों पर ध्यान दें तो समाज के साथ एक बेहतर व्यक्तित्व का भी विकास होगा। आपको बता दें कि मंच पर नोबेल पुरस्कार विजेता एवं बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी और उनकी पत्नी सुमेधा भी मौजूद रहीं।
इस समारोह में परिषद द्वारा विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता का प्रदर्शन करने वाले 800 विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और संस्थाओं को ट्रॉफी, पदक और नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जा रहा है। बता दें कि मुख्य महोत्सव सुबह 9:30 बजे से शुरू हो चुका था , जिसमें छात्रों और शिक्षकों की कड़ी मेहनत को सराहा गया।
1932 में गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का उद्देश्य पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक पुनर्जागरण लाना था। परिषद के इस शैक्षिक सफर की शुरुआत 4 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई थी।
इस वर्ष परिषद द्वारा सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों और संस्थाओं को विशेष पुरस्कारों से नवाजा जाएगा।
• श्रेष्ठतम संस्था: एमपी कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर को मिलेगा महायोगी श्री गोरक्षनाथ स्वर्ण पदक।
• श्रेष्ठतम शिक्षक: डॉ. सुमित कुमार (गुरु गोरक्षनाथ आयुर्वेद कॉलेज) को मिलेगा योगिराज बाबा गंभीरनाथ स्वर्ण पदक।
• श्रेष्ठतम कर्मचारी: बृजेश विश्वकर्मा (डीवीएनपीजी कॉलेज) को मिलेगा योगिराज बाबा ब्रह्मनाथ स्वर्ण पदक।
• श्रेष्ठतम परिचारक: बृजानंद (एमपी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस) को मिलेगा ब्रह्मलीन महंत गोपालनाथ स्वर्ण पदक।
विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और छात्रवृत्तियां दी जाएंगी:
• स्नातकोत्तर में सर्वोत्तम: सागर चौधरी (डीवीएनपीजी कॉलेज) को ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ स्वर्ण पदक मिलेगा।
• स्नातक में सर्वोत्तम: निमिष सिंह (एमपीपीजी कॉलेज जंगल धूसड़) को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ स्वर्ण पदक मिलेगा।
• हाईस्कूल-इंटर में सर्वोत्तम: गौरी गौड़ (एमपी बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस) को महाराणा मेवाड़ स्वर्ण पदक मिलेगा।
इसके साथ-साथ 12 मेधावी विद्यार्थियों को विभिन्न विभूतियों के नाम पर स्मृति पुरस्कार सौंपा गया है वहीं 9 विद्यार्थियों को विशेष छात्रवृत्तियां प्रदान की गई है।
समारोह में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और कैलाश सत्यार्थी द्वारा एमपीपीजी कॉलेज की शिक्षा शास्त्र विभाग की अध्यक्ष शिप्रा सिंह की पुस्तक ‘शिक्षा की भारतीय अवधारणा’ का विमोचन किया गया। यह पुस्तक प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धतियों और उनके आधुनिक संदर्भ में महत्व को दर्शाती है।
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का यह आयोजन न केवल संस्थागत उत्कृष्टता को मान्यता देने का अवसर है, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण और कड़ी मेहनत को प्रेरित करने का भी एक मंच है।