यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेशकों को संबोधित करते हुए प्रदेश पर भरोसा जताने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्वेस्ट यूपी के माध्यम से हमने अपना काम कितना आगे बढ़ाया है, ये सफलतम उद्यमियों की बातों से जाहिर होता है। उनके विचार नए उत्तर प्रदेश की पहचान हैं। मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को लखनऊ के लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी में इस तरह का माहौल नहीं था कि किसी उद्यमी से कहा जा सके कि यहां पर आप आइए और निवेश कीजिए। पुरानी सरकारों का दायरा सीमित था और उनका यह लक्ष्य भी नहीं था कि प्रदेश में निवेश हो। उनका लक्ष्य तो केवल सत्ता प्राप्त करने तक ही था।
महिला सुरक्षा, युवा और किसानों के भविष्य से खिलवाड़ होता था। यूपी के युवाओं के सामने पहचान का संकट था। यहां के युवा प्रदेश के बाहर हेय दृष्टि से देखे जाते थे। प्रदेश में दंगे होते थे और त्योहारों पर कर्फ्यू लग जाता था। आज ईज आफ डूइंग बिजनेस और कानून व्यवस्था में प्रदेश सबसे आगे है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए 27 सेक्टोरियल पॉलिसी बनाई गई है। कारोबारियों से राय ली गई। पहली बार हमारे पास 20 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए। मैंने जब मिनिमम लिमिट 2 लाख करोड़ रुपये रखा था तो कोई मानने को तैयार नहीं था।
आज 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। हमने दस लाख करोड़ की ग्राउंड ब्रेकिंग सरेमनी की। कोई भी इसे ऑनलाइन देख सकता है। उन्होंने कहा कि हर समय टिप्पणी करने वाले देखें कि हमने असंभव को संभव बना दिया है। आज यूपी निवेश के लिए सबसे तीव्र डेस्टिनेशन है। निवेशकों से कहा कि हम विकास के लिए सारे बैरियर तोड़ेंगे और यूपी विकास का बैरियर नहीं बनेगा।