सीएम योगी आदित्यनाथ 20 दिसंबर को अयोध्या में आयोजित एक बड़े धार्मिक आयोजन में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रसिद्ध अशर्फी भवन में हो रहा है, जहाँ जगदगुरू रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य महाराज के मार्गदर्शन में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान चल रहे हैं। इस महोत्सव में पंच नारायण महायज्ञ, अष्टोत्तर शत श्रीमद् भागवत परायण पाठ और श्रीमद् भागवत कथा जैसी धार्मिक क्रियाएँ की जा रही हैं।
हजारों भक्त इस आयोजन में भाग ले रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष रूप से इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। वे पहले भी इस आश्रम में आ चुके हैं और अब तीसरी बार इस धार्मिक उत्सव में शामिल होंगे।
धार्मिक अनुष्ठान के तीसरे दिन प्रातः काल दक्षिण से पधारे हुए आगम शास्त्र के विशेषज्ञ विद्वानों द्वारा भगवान श्री विश्वक सेन यज्ञ नारायण का षोडशोपचार पूजन करने के साथ ही यज्ञ की शुरुआत हुई। इस दौरान विशेष हवन सामग्री जैसे मधु, घृत, तिल, पायस, मूंग, पलाश, अपामार्ग, समिधा आदि से आहुतियां दी जा रही हैं।
108 विद्वानों द्वारा श्रीमद् भागवत का पाठ किया जा रहा है, जिन्हें जगदगुरु स्वामी श्रीधराचार्य महाराज द्वारा गर्म कम्बल और दक्षिणा प्रदान की गई। मंदिर प्रांगण में भगवान श्री लक्ष्मी नारायण का पूजा-अर्चना और वृहद भंडारे का आयोजन भी हो रहा है।
श्रीमद् भागवत कथा में स्वामी श्रीधराचार्य महाराज ने बताया कि यदि हम सब में ध्रुव की तरह निरंतर भक्ति का भाव जागृत हो जाए, तो हम निश्चित रूप से परमात्मा की प्राप्ति कर सकते हैं। वेद वेदांत का गहन ज्ञान ही इस भक्ति का फल है। यज्ञ और पूजन से न केवल परमात्मा को प्रसन्न किया जाता है, बल्कि यह मानवता, आत्मा और पर्यावरण को भी शुद्ध करता है।
आयोजन में अयोध्या के संत महंतों का भी आगमन हुआ, जिनके आशीर्वचनों से भक्तों का मन उल्लासित हो गया। यज्ञ का समय प्रातः 7 बजे से 12 बजे तक और शाम 4 बजे से 7 बजे तक निर्धारित किया गया है।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav