1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Gkp News: सीएम योगी का बड़ा बयान; 2017 से पहले थे 30 लाख फर्जी राशन कार्ड, गोरखपुर को 92 करोड़ की सौगात

Gkp News: सीएम योगी का बड़ा बयान; 2017 से पहले थे 30 लाख फर्जी राशन कार्ड, गोरखपुर को 92 करोड़ की सौगात

गोरखपुर में सीएम योगी ने 91.22 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। कहा, 2017 से पहले 30 लाख फर्जी राशन कार्ड थे। अब 15 करोड़ लोगों को तकनीक से राशन मिल रहा है। शिक्षकों और छात्रों को दिए पुरस्कार।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
Updated:
Gkp News: सीएम योगी का बड़ा बयान; 2017 से पहले थे 30 लाख फर्जी राशन कार्ड, गोरखपुर को 92 करोड़ की सौगात

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर में 91.22 करोड़ रुपये की 13 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। यह कार्यक्रम मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) परिसर में आयोजित हुआ, जहां उन्होंने राज्य की योजनाओं, तकनीकी विकास और शिक्षा क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर विस्तृत रूप से चर्चा की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 से पहले राज्य में 30 लाख फर्जी राशन कार्ड मौजूद थे। ये कार्ड सिस्टम में तो पंजीकृत थे और उन पर राशन भी जारी होता था, लेकिन वास्तव में लाभार्थियों को यह राशन कभी नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि 2017 में एक ही दिन में 80 हजार उचित दर की दुकानों पर छापेमारी की गई, जिससे इन फर्जी कार्डों का खुलासा हुआ। वर्तमान में 15 करोड़ लाभार्थियों को ई-पॉश मशीनों के माध्यम से पारदर्शी ढंग से राशन मिल रहा है, जो तकनीकी प्रगति का परिणाम है।

कोरोना काल में भारत ने साबित की अपनी क्षमताएं

सीएम योगी ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की असली पहचान संकट के समय में होती है। कोरोना महामारी के दौरान कई बड़े देश टूट गए, लेकिन भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 140 करोड़ लोगों को निःशुल्क इलाज, जांच, वैक्सीन और राशन देकर अपनी क्षमताओं को सिद्ध किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन समय में जो राष्ट्र धैर्य और दूरदृष्टि से कार्य करता है, वही उभरकर सामने आता है, जबकि संकट से भागने वाले बिखर जाते हैं।

दस वर्षों में भारत ने किया ऐतिहासिक परिवर्तन

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने वैश्विक पटल पर खुद को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। पहले की सरकारों में भी ऐसा करना संभव था, लेकिन उन्होंने कभी इस दिशा में पहल नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अब एक ऐसा देश बन चुका है, जहां दुनिया निवेश और साझेदारी के लिए आतुर है।

छात्रों और शिक्षकों को दी प्रेरणा: लीक से हटकर करें कार्य

मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में उपस्थित छात्रों और शिक्षकों से लीक से हटकर नवाचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को पर्यावरण और समाज के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए। मकान बने लेकिन टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल हों। उन्होंने सभी को टिकाऊ विकास और तकनीकी नवाचार को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

76 शिक्षकों को मिला नियुक्ति पत्र, 100 को मिला शोध पुरस्कार

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में नियुक्त 20 एसोसिएट प्रोफेसर और 56 असिस्टेंट प्रोफेसर को जॉइनिंग लेटर प्रदान किए। साथ ही, ‘टैलेंट इंसेंटिव स्कीम’ के तहत जुलाई से दिसंबर 2024 के बीच शोध प्रकाशन और पेटेंट के लिए 100 शिक्षकों और छात्रों को सम्मानित किया गया।

इस योजना के अंतर्गत कुल 9,39,529 रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की गई। इसमें 8 शिक्षक और 13 छात्र-छात्राओं को प्रीमियर रिसर्च अवार्ड के तहत 50-50 हजार रुपये, 22 शिक्षक और 50 छात्र-छात्राओं को कॉमेंडेबल रिसर्च अवार्ड के तहत 20-20 हजार रुपये, जबकि 7 शिक्षकों और विद्यार्थियों को उनके पेटेंट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...