उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारतनेट परियोजना में तेजी से काम चल रहा है। इस परियोजना के जरिए प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों और गांवों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
वर्तमान में राज्य के 46,729 ग्राम पंचायतें इंटरनेट से जुड़ चुकी हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक नई उम्मीद जगी है।
बता दें कि भारतनेट परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी गांवों को इंटरनेट से जोड़ना है। इस परियोजना के तहत चरणबद्ध तरीके से 2.64 लाख ग्राम पंचायतों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
अक्टूबर 2024 तक यूपी के 46,729 ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर और सैटेलाइट लिंक से जोड़ने की योजना पूरी की जाएगी। इस परियोजना में अन्य राज्य जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और पंजाब भी शामिल हैं, जहां पहले ही लाखों ग्राम पंचायतें इंटरनेट से जुड़ चुकी हैं।
बिजली के कनेक्शन्स पर तेजी से हो रहा काम
भारतनेट परियोजना की सफलता के लिए बिजली कनेक्शनों का होना बेहद जरूरी है। इसके लिए यूपी सरकार ने पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 132 स्थलों में से 90 स्थलों पर भूमि अधिग्रहण पूरा कर लिया है।
इन स्थलों पर बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। साथ ही, लंबित कनेक्शनों को शीघ्र जोड़ने के लिए ऊर्जा विभाग को निर्देश दिए गए हैं। दिसंबर 2024 तक 8,568 नए एफटीटीएच (फाइबर टू द होम) कनेक्शन जोड़ने का लक्ष्य है।
सीएम योगी ने विभागों को समन्वय बढ़ाने की दी सलाह
सीएम योगी ने भारतनेट परियोजना के कार्यान्वयन के लिए विभिन्न विभागों को आपसी समन्वय बढ़ाने और हर समस्या का समाधान शीघ्र करने का निर्देश दिया है।
इसके तहत ग्राम विकास अधिकारियों और पंचायत सचिवों को भारतनेट उपकरणों के रख-रखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही, फाइबर केबल के क्षतिग्रस्त हिस्सों को शीघ्र दुरुस्त करने के आदेश दिए गए हैं।
डिजिटल सेवाओं से मिलेगा ग्रामीणों को लाभ
भारतनेट परियोजना से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं सुलभ होंगी, बल्कि यह शिक्षा, स्वास्थ्य, सरकारी सेवाओं और आर्थिक विकास के लिए भी एक सशक्त माध्यम बनेगा।
इससे ग्रामीण डिजिटल प्लेटफॉर्म का पूरा लाभ उठा सकेंगे और उनके जीवनस्तर में सुधार होगा। सीएम योगी का मानना है कि इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से यूपी आत्मनिर्भर बनेगा और यह डिजिटल क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav