वाराणसी में दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को गए CM Yogi आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान पर जायजा लिया। उन्होंने यहां पर हो रही तैयारियों को परखा और पीएम मोदी के रोजमैप को भी अंतिम रूप दिया। वहीं नामांकन में प्रस्तावकों के नाम और पृष्ठभूमि पर मांगा तो वहां उपस्थित नेतागढ़ ने बनारस को प्रदर्शित करने वाली थीम पर हामी भरी। एक घंटे से ज्यादा चली बात-चीत में लोकसभा चुनाव और नामांकन से देशभर में एक संदेश देने पर चर्चा पर मुहर लगी।
बनारस में गुरुवार को सुबह सर्किट हाउस में सीएम योगी आदित्यनाथ ने काशी के क्षेत्र अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष, मंत्रियों और विधायकों से बातचीत किया। योगी ने इस चर्चा में कहा कि वाराणसी लोकसभा की पांचों विधानसभा सीटों पर रिकार्ड मतों से बाजी अपने पक्ष में करनी होगी। जिसके लिए यह जरूरी है कि बनारस में पीएम मोदी का नामांकन, चुनाव अभियान, मतदान और परिणाम देश में उदाहरण बनकर सामने आए। फिलहाल अभी 19 अप्रैल को प्रथम चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रचार कार्य शुरू हो गया है, जबकि दूसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया भी अपने अंतिम पड़ाव में है।
बनारस में लोकसभा आम चुनाव 2024 सातवें चरण में होगा पर यहां से मोदी खुद उम्मीदवार के रूप में मैदान में खड़े हैं ऐसे में छोटी सी चूक भी बड़ा प्रभाव डाल सकती है। ऐसे में नामांकन के समय सभी 21 मंडलों , 340 सेक्टरों में तथा 1909 बूथों की एकता दिखनी चाहिए ताकि एक सकारात्मक संदेश लोगों तक पहुंच सके। और पीएम मोदी को मिले मतों की बढ़त इतनी अधिक हो कि कोई दूर-दूर तक न दिख जाए।
यह काशी के विधायक, मंत्री, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को ध्यान में रखना चाहिए। इसी के साथ समाज के वंचित और संघर्षशील वर्ग के लोगों को भी इसमें शामिल करना है। इस आयोजन में पदाधिकारियों ने अपनी तरफ से नामों का सुझाव भी दिया, जिन्हें सीएम ने अपने पास नोट कर लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी में एक जून को मतदान होना है, इस दौरान गर्मी की मार अपने चरम पर होगी। गर्मी में बूथ प्रबंधन, जनसम्पर्क और संचालन की चुनौती से भरा रहेगा लेकिन कार्यकर्ताओं के जोश में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। बूथ प्रबंधन जितना ज्यादा शक्तिशाली और मजबूत होगा हमारे लिए मत प्रतिशत भी उतना अच्छा होगा। इसके बाद उन्होंनें आगे कहा कि प्रदेश, क्षेत्र, जिला, मंडल शक्ति-केन्द्र के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बूथ पर एक साथ इकठ्ठा होकर बैठें और समस्याओं पर चर्चा कर उसका निदान करें। हर बूथ पर 800 से लेकर 1000 मतदाता होते हैं। बूथ की टोली तीन से चार दिन में हर परिवार से संपर्क कर सकती है।
वाराणसी संसदीय क्षेत्र में 03-04 अप्रैल को दो दिवसीय दौरे पर रहे, सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रमों में चुनावी झलक देखने को मिली। ऐसे में जनता के बीच या मतदान केंद्र से जुड़ी दुश्वारियों को भी उन्होंने अपने स्तर पर परखा और कार्यकर्ताओं को सक्रिय और सजग रहने को कहा। इसके अलावा CM ने काशी विश्वनाथ मंदिर में षोडशोपचार किया तो कालभैरव मंदिर में भी पूजा की। इसके साथ गर्मी में पेयजल के इंतेजाम पर भी बात की ताकि गर्मी में किसी को समस्या का सामना न करना पड़े।
वाराणसी में स्थित सर्किट हाउस में सीएम योगी से अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की और कई विषयों पर चर्चा की। इस चर्चा के दौरान 8 दिन से गायब होने वाले अधिवक्ता सुरेंद्र पटेल के संदर्भ में भी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई। बता दें कि इनके नाम की मंडुआडीह थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। लेकिन अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है। सुरेंद्र पटेल 27 मार्च को कचहरी के लिए निकले तो थे पर उसके बाद घर नहीं आए।