उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बजट सत्र को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज से विधानमंडल की कार्यवाही शुरू हो रही है, जिसमें राज्यपाल सदन को संबोधित करेंगे। इसके बाद, 19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी, जबकि 20 फरवरी को उत्तर प्रदेश का वर्ष 2025-26 का आम बजट प्रस्तुत किया जाएगा।
इतिहास में दुर्लभ, लंबा सत्र प्रस्तावित
सीएम योगी ने बताया कि यह सत्र 18 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा, जो राज्य के इतिहास में दुर्लभ अवसरों में से एक है, जब इतने लंबे समय तक विधानसभा सत्र प्रस्तावित किया गया है। उन्होंने कहा कि सत्र की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करना केवल सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि विपक्ष को भी अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए।
“विपक्ष की भूमिका भी अहम”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन चर्चा और संवाद का मंच है, जहां सभी दलों को प्रदेश के विकास से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करना चाहिए। उन्होंने पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इन वर्षों में राज्य में जो प्रगति हुई है, वह अभूतपूर्व है।
“विपक्ष सार्थक चर्चा से ना भागे”
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब भी विकास की बात होती है, तो स्वाभाविक रूप से विपक्ष हताश और निराश नजर आता है और चर्चा से बचने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अगर रचनात्मक चर्चा में सहयोग करता है, तो यह सत्र बेहद सफल हो सकता है। मुख्यमंत्री ने सदन में सकारात्मक संवाद की जरूरत पर जोर देते हुए उम्मीद जताई कि सभी सदस्य अपने दायित्व को निभाते हुए प्रदेश के विकास में योगदान देंगे।