योगी सरकार संक्रामक बीमारियों के प्रति काफी गंभीर नजर आ रही है। सरकार ने संक्रामक रोगों की संभावना को देखते हुए और आने वाली स्थिति से निपटने के लिए सभी जिलों को निर्देशित किया है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी इस मामले खुद सक्रिय हैं और सभी जिलों के सीएमओ को निर्देशित कर रहे हैं। सरकार फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए प्रदेश भर में अभियान चला रही है। जिसकी शुरुआत आज गुरुवार को हुई है और अभियान की समाप्ति 28 अगस्त को होगी।
योगी सरकार फाइलेरिया को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जंग छेड़ चुकी है। क्योंकि फाइलेरिया हो जाने पर इलाज संभव नहीं है। बचाव ही फाइलेरिया से सुरक्षित रहने का एकमात्र उपाय है। इसलिए इस अभियान को सफल बनाने के लिए घर-घर जाकर फइलेरिया की दवा खिलाएगी जाएगी। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कुशीनगर जिले में भी फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की पूरी तैयारी हो गई है। जिसकी जानकारी सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया ने दी।
सीएमओ ने फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने वाले अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी लोगों को मीडिया और अन्य माध्यमों से जागरूक किया है। उन्होंने बताया कि सभी ब्लाकों, सीएचसी और पीएचसी में माइक्रो प्लान बनाकर टीम घर-घर जाकर फाइलेरिया की दवा खिलाएगी। उन्होंने बताया कि पांच से 15 साल के जो बच्चे हैं उनको दो गोली। जिनकी उम्र 15 साल से ज्यादा है उनको तीन गोली। पांच साल से कम और दो साल से ज्यादा उम्र वाले बच्चों को एक गोली खिलाई जानी है।
उन्होंने बताया कि सभी टीमों को निर्देशित कर दिया गया है। उन्होंने जिले के लोगों से यूपी की बात के माध्यम से फिर से अपील की कि जैसे हमारी टीम आशा बहुएं-आंगनबाडी जाएंगी तो उनके सामने ही दवा खाएं। उन्होंने बताया कि एक साल में एक बार ही दवा खानी है। लगातार पांच साल दवा खा लेने से जिंदगी में कभी फाइलेरिया नहीं होगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया बहुत ही असाध्य बीमारी है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया होने वाले लोगों को हाथी पांव या ब्रेस्ट में सूजन आ जाती है या फिर अंडकोष में सूजन आ जाती है। इससे बचने के लिए दवा खानी बहुत जरूरी है।
उन्होंने बताया कि जिले में कल से फाइलेरिया अभियान चलाया जा रहा है। सभी दवाईयां उपलब्ध हैं और घर-घर जाकर खिलाई जाएंगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दवा की जो खुराक दी जाएगी उसको टीम के सामने ही खाएं। उन्होंने परामर्श देते हुए बताया कि दवा को खाली पेट नहीं खाना है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्ग लोगों और एक साल से कम के बच्चों को दवा नहीं खिलाई जानी है। उन्होंने तैयारी के बारे में बताते हुए योगी सरकार के अभियान की फाइलेरिया उन्मूलन की जानकारी दी।
मंडल ब्यूरो प्रदीप आनंद श्रीवास्तव की रिपोर्ट।