लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुधार कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की। जहां उन्होंने दीपावली से पहले प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष मॉनसून की स्थिति असामान्य है। आने वाले दिनों में कई जिलों में लगातार बारिश की संभावना है। इसका ध्यान रखते हुए नवंबर में दीपावली से पहले प्रदेशव्यापी गड्ढामुक्ति सड़क अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई, मंडी परिषद, सिंचाई, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, आवास, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आदि विभागों की करीब 04 लाख किलोमीटर सड़कें प्रदेश में हैं। हर एक सड़क पर चलना आम आदमी के लिए सुखद अनुभव वाला हो, यह हम सभी की जिम्मेदारी है।
सड़कों के लिए बजट का अभाव नहीः सीएम
मेट्रो या एक्सप्रेस-वे जैसी बड़ी परियोजनाओं के कारण यदि पूर्व से संचालित सड़कें खराब होती हैं तो इसके लिए जिम्मेदार विभाग को उत्तरदायी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़कों के लिए बजट का कोई अभाव नहीं है, आवश्यकता है कि सभी विभाग बेहतर नियोजन करें। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क बनाने वाली एजेंसी या ठेकेदार सड़क बनने के अगले 05 वर्ष तक उसके अनुरक्षण की जिम्मेदारी भी उठाएगा। इस बारे में नियम-शर्ते स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जाएं।
मैनुअल के स्थान पर मैकेनाइज़्ड पर दिया बल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभियंता निर्माण कार्य के ‘बैकबोन’ होते हैं। इसलिए कहीं भी अभियंताओं की कमी न हो, आवश्यकता पड़े तो आउटसोर्सिंग से भी तैनाती की जानी चाहिए। विभागीय मंत्रियों व अधिकारियों को फील्ड में रैंडम दौरा निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कार्यों को मैनुअल के स्थान पर मैकेनाइज़्ड किये जाने पर बल दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि लोकहित से जुड़ी किसी परियोजना में माफिया या अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को स्थान न मिले। उनके करीबी रिश्तेदारों और गैंग के गुर्गों को भी ठेके-पट्टे से दूर रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गड्ढामुक्ति और नवनिर्माण के अभियान की जियो टैगिंग कराई जाए। इसे पीएम गतिशक्ति पोर्टल से जोड़ा जाना चाहिए, साथ ही इसी तर्ज पर अपना पोर्टल भी विकसित किया जाना चाहिए ताकि कार्य की गुणवत्ता की अनवरत मॉनीटरिंग की जा सके।
जलभराव की तत्काल हो निकासीः योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने नगर विकास व ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के कारण अगर कहीं जलभराव होता है तो तत्काल उसकी निकासी सुनिश्चित की जाए। विभागीय अधिकारी सड़कों पर मौजूद रहे। वहीं नगरों में आवारा कुत्तों की समस्या की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित एनिमल बर्थ कंट्रोल इकाइयों के क्रियान्वयन के अलावा अन्य उपयोगी प्रबंध करने के निर्देश भी दिए।