ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) ने शहर को जाम मुक्त बनाने की दिशा में पहल शुरू की है। इसके लिए पहले चरण में 20 स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से संयुक्त सर्वे किया जाएगा।
सर्वे रिपोर्ट के आधार पर होगा कार्यान्वयन
इन स्थानों पर जाम की समस्या और उसके समाधान को लेकर सर्किल टीम ने विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट अब ट्रैफिक पुलिस को भेजी गई है। प्राधिकरण का मानना है कि दोनों विभाग मिलकर लोकेशन का संयुक्त निरीक्षण करें और समस्या के निदान के लिए प्रभावी कदम उठाएं।
ट्रैफिक लाइट और गोल चक्कर होंगे री-डिजाइन
प्राधिकरण की ACEO श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि कई स्थानों पर ट्रैफिक लाइट लगाने और गोल चक्करों को री-डिजाइन करने की जरूरत है। इससे ट्रैफिक का प्रवाह सुगम होगा और जाम की समस्या खत्म होगी।
प्रमुख स्थानों पर ट्रैफिक सुधार कार्य
गौड़ चौक पर अंडरपास का निर्माण
गौड़ चौक के पास सेक्टर-4 में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए अंडरपास का निर्माण शुरू हो चुका है।
सेक्टर 16सी में यू-टर्न निर्माण
सेक्टर 16सी, गौड़ सिटी-1 और गौड़ सिटी-2 के बीच ट्रैफिक जाम कम करने के लिए यू-टर्न का निर्माण प्रस्तावित है।
डीएससी रोड पर जलभराव का समाधान
हल्दौनी मोड़ के पास जलभराव की समस्या से निपटने के लिए आरसीसी नालियां बनाई जाएंगी। इसके अलावा, तिलपता और सूरजपुर के बीच सड़क का लेवल सुधारने का कार्य भी किया जाएगा।
अवैध पार्किंग पर लगेगी रोक
परी चौक और सूरजपुर एंट्री पॉइंट पर कार्रवाई
परी चौक और सूरजपुर एंट्री पॉइंट पर अनधिकृत पार्किंग यातायात जाम का मुख्य कारण है। इसके स्थायी समाधान के लिए यातायात पुलिस के साथ चर्चा की गई है।
सेक्टर बीटा-1 और ऐछर इंटरसेक्शन पर कदम
सेक्टर बीटा-1 (रामपुर मार्केट) में अवैध पार्किंग और ऐछर इंटरसेक्शन पर ट्रैफिक लाइट लगाने का सुझाव दिया गया है।
टी-पॉइंट और रोटरी का पुनर्गठन
सेक्टर 36 टी-पॉइंट पर यू-टर्न की व्यवस्था
सेक्टर 36 टी-पॉइंट पर ट्रैफिक जाम कम करने के लिए इसे बंद कर दोनों तरफ यू-टर्न बनाने का प्रस्ताव है।
डेल्टा-1 और डेल्टा-2 रोटरी पर सुधार
डेल्टा-1 और डेल्टा-2 (लेबर चौक) के बीच यातायात जाम का समाधान करने के लिए यहां विशेष प्रबंधन किया जाएगा।
सुगम यातायात की ओर कदम
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे ये प्रयास शहर को जाम मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से यातायात व्यवस्था सुगम होगी और शहर के नागरिकों को राहत मिलेगी।