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YEIDA Project: फिल्म सिटी और ईएमसी-2 के लिए कंसल्टेंट कंपनी होगी चयनित

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) सेक्टर 21 में फिल्म सिटी और सेक्टर 10 में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी-2) विकसित करने जा रहा है।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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YEIDA Project: फिल्म सिटी और ईएमसी-2 के लिए कंसल्टेंट कंपनी होगी चयनित

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) सेक्टर 21 में फिल्म सिटी और सेक्टर 10 में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी-2) विकसित करने जा रहा है। इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का मूल्यांकन करने और पर्यावरणीय स्वीकृति (Environmental Clearance) प्राप्त करने के लिए एक सलाहकार कंपनी का चयन किया जाएगा।

फिल्म सिटी और ईएमसी-2: दो बड़े प्रोजेक्ट

1. फिल्म सिटी प्रोजेक्ट

  • क्षेत्रफल: 1000 एकड़
  • पहला फेज: 230 एकड़ में विकसित होगा
  • निर्माण की शुरुआत: मार्च के अंत तक संभावित
  • समयावधि: पूरा प्रोजेक्ट आठ साल में पूरा होगा
  • जिम्मेदार कंपनी: फिल्म निर्माता बोनी कपूर के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को सौंपा गया
  • स्थान: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से महज 5 किमी दूर

2. इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी-2) प्रोजेक्ट

  • क्षेत्रफल: 200 एकड़
  • राज्य सरकार द्वारा नामित एजेंसी: YEIDA को स्टेट इम्प्लीमेंट एजेंसी (SIA) के रूप में नियुक्त किया गया
  • विश्व स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हब तैयार करना
  • संभावित निवेशक: हेवेल्स इंडिया को 50 एकड़ भूमि आवंटित करने की संभावना, बाकी 150 एकड़ अन्य कंपनियों को आवंटित किया जाएगा
  • ईएमसी-2 क्लस्टर में शामिल होंगे ये उद्योग
  • ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स
  • औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स
  • मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स
  • कंप्यूटर हार्डवेयर

दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों का निर्माण

इस क्लस्टर का उद्देश्य ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माताओं और उनकी आपूर्ति श्रृंखलाओं को भारत में आकर्षित करना है, जिससे देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।

सलाहकार कंपनी की जिम्मेदारियां

फिल्म सिटी और ईएमसी-2 प्रोजेक्ट के निर्माण से ऊर्जा की खपत, अपशिष्ट उत्पादन और जल उपयोग में वृद्धि हो सकती है। इस कारण, सलाहकार कंपनी इन परियोजनाओं के संभावित पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन करेगी और पर्यावरणीय नुकसान को कम करने के लिए विस्तृत योजना तैयार करेगी।

इसके अलावा, सलाहकार कंपनी स्थानीय, राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों से आवश्यक पर्यावरणीय मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया को भी सुगम बनाएगी। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने की योजना है।

ऐसे में YEIDA के ये दोनों बड़े प्रोजेक्ट राज्य के औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। फिल्म सिटी भारतीय फिल्म उद्योग के विस्तार को नया आयाम देगी, जबकि ईएमसी-2 परियोजना इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। अब देखना यह होगा कि पर्यावरणीय मंजूरी के बाद इन परियोजनाओं के निर्माण की गति कितनी तेज होती है।

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