महाकुंभ और मौनी अमावस्या के अवसर पर वाराणसी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। ऐसे में भीड़ प्रबंधन और व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सड़कों पर उतरे। जिलाधिकारी (डीएम) एस. राजलिंगम और अपर पुलिस आयुक्त डॉ. एस. चिनप्पा ने शहर के विभिन्न पार्किंग स्थलों का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष निर्देश
निरीक्षण के दौरान डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां लोग ठहरे हुए हैं, वहां भोजन न बनाया जाए। इसके लिए विशेष रूप से चिह्नित स्थानों पर ही खाना पकाने की अनुमति होगी। साथ ही, कृषक इंटर कॉलेज हरहुआ में श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए दो टैंकर रखने का आदेश दिया गया।
स्वच्छता और शौचालय सुविधाओं में सुधार
डीएम ने नगर आयुक्त को पार्किंग स्थलों पर सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके तहत हरहुआ पार्किंग स्थल के दोनों ओर 25-25 अस्थायी शौचालय बनाए जाएंगे। इसके अलावा, एक स्थायी सक्शन वाहन और मोबाइल शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। सफाई के लिए तीन शिफ्टों में 15-15 सफाईकर्मियों की तैनाती होगी।
यातायात प्रबंधन के लिए कड़े कदम
यात्रियों की सुविधा के लिए डीएम ने एआरटीओ को निर्देश दिया कि छोटे वाहनों को परमपुर चौराहे से चांदपुर रोड तक स्कूलों या लॉन में पार्क कराया जाए। इसके अलावा, 5 फरवरी तक वाराणसी बस डिपो को छोड़कर अन्य सभी रोडवेज बसों को चांदपुर चौराहे पर ही रोका जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाने के आदेश दिए गए हैं।
नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
बुधवार को नगर आयुक्त ने शहर के प्रमुख पार्किंग स्थलों जैसे हरहुआ, छोटा कटिंग मेमोरियल, संपूर्णानंद और काशी विद्यापीठ का निरीक्षण किया। सफाई व्यवस्था की जांच के साथ ही वाटर टैंकर और मोबाइल टॉयलेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, विश्वनाथ मंदिर, गोदौलिया, गिरजाघर चौराहा और अन्य प्रमुख मार्गों की स्वच्छता व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
सेल्स टैक्स अधिवक्ताओं ने किया अल्पाहार वितरण
चेतगंज स्थित सेल्स टैक्स ऑफिस के पास कर अधिवक्ताओं ने श्रद्धालुओं के लिए अल्पाहार वितरित किया। इस दौरान सेल्स टैक्स बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव विनय कांत मिश्रा, महामंत्री उमेश कुमार सिंह, नागेश्वर सिंह और अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।
भीड़ के कारण कूड़ा प्रबंधन प्रभावित
श्रद्धालुओं की अधिक संख्या के कारण कई क्षेत्रों से समय पर कूड़ा नहीं उठाया जा सका, जिससे कई स्थानों पर गंदगी फैल गई। डस्टबिन भर जाने और भीड़ की वजह से सफाई कर्मियों को कूड़ा इकट्ठा करने में दिक्कतें आईं। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि मंदिरों और घाटों के पास सफाई संभव नहीं हो पाई, इसलिए वहां केवल कूड़े के ढेर बनाए गए, जिन्हें रात में हटाया गया।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने यातायात और स्वच्छता प्रबंधन के लिए विशेष कदम उठाए हैं। अधिकारियों के निरीक्षण और दिशा-निर्देशों के बाद व्यवस्थाओं को सुधारने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।