लखनऊ में दो दिन के संयुक्त कमांडर सम्मेलन का समापन आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन से होगा। वह लखनऊ में तीनों सेनाओं के प्रमुख को संबोधित करेंगे। इसी के साथ राजनाथ सिंह रक्षा मंत्रालय के सीनियर अधिकारियों और भारतीय सशस्त्र बलों की टॉप लीडरशिप के साथ मीटिंग भी करेंगे।
बता दें कि इससे पहले, CDS जनरल अनिल चौहान ने लखनऊ छावनी के मध्य कमान मुख्यालय में पहली बार आयोजित हुए संयुक्त कमांडर सम्मेलन का शुभारंभ 4 सितंबर को अपने हाथों किया। छावनी स्थित सूर्या परिसर में गुरुवार से शुरू हुए सशस्त्र बल समारोह का समापन बृहस्पतिवार यानि आज होगा।
लखनऊ में CDS जनरल अनिल चौहान ने लखनऊ में बुधवार को तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भविष्य के युद्ध की हमारी तैयारियां मजबूत होनी जरूरी है। उन्होंने रक्षा परियोजनाओं को समय से पूरा करने पर भी बल दिया। वर्तमान सुरक्षा स्थिति का जायजा लेते हुए भविष्य की योजनाओं के महत्व पर जोर दिया।
CDS अनिल चौहान ने एकीकरण के रोड मैप पर कई उपाय शुरू करने के लिए तीनों सेनाओं की सराहना भी की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह स्टेप-बाई-स्टेप प्रोसेस था, जो क्रॉस सर्विस सहयोग से शुरू होकर ‘संयुक्त संस्कृति’ की ओर ले गई। इससे संयुक्त अभियान के संचालन के लिए बलों के एकीकरण का लक्ष्य प्राप्त किया गया।
‘सशस्त्र वलों का परिवर्तन’ विषय के तहत शुरू हुआ कमांडरों का यह सम्मेलन बदलते परिचालन परिवेश के अनुकूल भारत की सेना के भविष्य को आकार देने पर केंद्रित है। CDS के साथ कांफ्रेंस में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी भी मौजूद रहे।