सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर वेरिफाइड सूर्या समाजवादी नामक प्रोफाइल से सीएम योगी के जनता दर्शन कार्यक्रम को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने वाले यूजर पर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग रखी है।
सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर वेरिफाइड, सूर्या समाजवादी प्रोफाइल से योगी के जनता दरबार को लेकर भ्रामक जानकारी पोस्ट की गई है। बता दें कि इस प्रोफाइल के बॉयो में समाजवादी, सेकुलर और मुलायमवादी कहने वाले हैंडल ने तथ्यहीन और पूर्णतः गलत पोस्ट करके लोगों के भ्रम में डाला है जिसको लेकर एक्स यूजर ने करारा जवाब दिया है। वहीं कई यूजर्स ने सही तथ्य पेश कर पोस्ट करने वाले को न केवल आइना दिखाने का काम किया, बल्कि कई यूजर्स ने यूपी पुलिस से भ्रामक पोस्ट करने वाले हैंडल पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की।
इस पोस्ट से भड़के एक्स नेटिजन
एक्स हैंडल सूर्या समाजवादी से सीएम योगी के जनता दर्शन के वीडियो को पोस्ट करके हैंडल से लिखा गया कि, ‘सीएम योगी गोरखपुर के मंदिर में इसलिए जनता दर्शन दरबार लगाते हैं ताकि वहां मुस्लिम न आ सकें? इस वीडियों में तो मुझे एक भी महिला नहीं दिख रही है, यह पूरी तरह से संविधान के खिलाफ है। जनता दर्शन मंदिर या मस्जिद में नहीं होना चाहिए, हाइकोर्ट संज्ञान ले।’ वहीं इस भ्रामक पोस्ट पर आम एक्स यूजर्स काफी नाराज हुए और इसपर बेहद तीखी प्रतिक्रिया भी उन्होंने दी। कई यूजर्स ने उन तस्वीरों को साझा किया जिसमें बड़ी संख्या में बुर्काधारी मुस्लिम महिलाएं सीएम योगी से मिलकर अपनी समस्या बताते हुए दिख रही हैं।
सूर्या समाजवादी हैंडल पर कार्रवाई की मांग
वरुण राज सिंह नाम के एक्स यूजर ने लिखा कि फेक न्यूज फैलाने और सरकार को बदनाम करने की कोशिश करने पर यूपी पुलिस को संज्ञान लेना चाहिए। अंशुल, नवोदित, रितेश माहेश्वरी, सागर खंडेलवाल समेत कई एक्स यूजर्स ने भी यूपी पुलिस को टैग करके लिखा कि, गलत पोस्ट करने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो। वहीं ब्लू टिकधारी राजेश यादव ने लिखा कि, ‘किसी की आलोचना करनी है, वैचारिक विरोध करना है तो तथ्यों के साथ करे न कि आधारहीन… फिर अगर किसी ने कार्यवाही कर दी तो चिल्लाओगे ना की जुल्म हो रहा है।’
ख्याति के स्थान पर ट्रोल का शिकार
इस पोस्ट से इस एक्स यूजर को यह उम्मीद रही होगी कि उसे इससे बड़े पैमाने पर लोगों का सपोर्ट मिलेगा पर सच्चाई से कोई वास्ता न रखने वाली इस टिप्पणी पर उक्त एक्स हैंडलर बुरी तरह नेटिजन का ट्रोल हो गया। गौरतलब है कि सीएम योगी के जनता दर्शन दरबार में मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में आते हैं, उनमें भी खासकर मुस्लिम महिलाएं। उन सभी की समस्याओं को मुख्यमंत्री न केवल बिना भेदभाव के सुनवाई करते हैं बल्कि संबंधित विभाग से उचित समाधान भी कराते हैं।