यूपी के कुछ जिलों से प्राइवेट अस्पतालों की लापरवाही की खबरें सामने आ रही थी। अस्पताल की लापरवाही की खबर मैनपुरी से सामने आई थी। जिसको यूपी की बात ने प्रमुखता से चलाई थी। अब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान इस मामले को संज्ञान में लेकर बड़ी कार्रवाई की है। उनके निर्देश पर मैनपुरी के अशोक पुष्प अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है। इस मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अधिकारियों की दो सदस्यीय कमेटी बनाई और पूरे प्रकरण की जांच कराई। जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।
इस बात की जानकारी खुद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से की है। उन्होंने ट्वीट करके जानकारी दी कि जनपद मैनपुरी में अशोकपुष्प अस्पताल में लापरवाही के चलते प्रसूता की मृत्यु होने संबंधी प्रकरण संज्ञान में आने पर मेरे द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मैनपुरी द्वारा मामले की जांच हेतु एसीएमओ की द्विसदस्यीय समिति गठित कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि उक्त अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द करते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने तथा जांच व कृत कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर प्रषित करने के भी आदेश दिए गए हैं। जनसामान्य के स्वास्थ्य से खिलावाड़ करने वाले चिकित्सक व चिकित्सालय को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत लोगों की समस्याओं का निदान कर रही है। साथ ही जो भी लापरवाही कर रहा है उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
दरअसल, दीवानी रोड ईशन नदी तिराहे पर स्थित अशोकपुष्प नाम के निजी अस्पताल में डॉक्टरों की घोर लापवाही का मामला सामने आया था। प्रसूता के इलाज में कोताही बरतने के कारण उसकी मौत हो गई थी। जबकि अस्पताल के स्टाफ ने 25 हजार रुपए लेकर प्रसूता के साथ आए लोगों को भरोसे में लिया और प्रसूता का ऑपरेशन कर दिया। लेकिन ऑपरेशन के बाद प्रसूता की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी और थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई। मौका पाकर अस्पताल का स्टाफ ताला मारकर फरार हो गया था।
मैनपुरी से संवाददाता देवेंद्र पाल सिंह की रिपोर्ट।