Jalaun News: सरकार के अथक प्रयास के बाद भी कई गांवों की हालत आज भी खस्ता बनी हुई है। जालौन के ग्राम अखनीबा की दुर्दशा से ग्रामीण खासे परेशान हो चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन से लेकर प्रदेश के सीएम तक गांव की समस्याओं को लेकर शिकायतें कर चुके हैं लेकिन आज भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
रास्तों में पसरी गंदगी के कारण मंदिर, विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र व स्वास्थ्य केंद्र तक ग्रामीण आसानी से नहीं पहुंच पा रहे हैं। सफाई कर्मी न आने से जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।
नदीगांव विकास खण्ड के ग्राम अखनीबा की हालत बदतर बनी हुई है। गांव में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर कीचड़ भरा हुआ है जिससे लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। रास्तों में गंदगी भरी होने के कारण ग्रामीण रामलला मंदिर, हनुमान मंदिर सहित स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं जा पा रहे हैं। स्कूली बच्चे भी विद्यालय व आंगनवाड़ी केंद्र तक आसानी से पहुंचने के लिए परेशान हो रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार स्वच्छ मिशन के तहत करोड़ों रुपए खर्च कर गांव की सूरत बदलने में लगी है ,लेकिन अखनीबा की हालत बदतर होती जा रही है। गांव में जलभराव, साफ सफाई को लेकर कई बार स्थानीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल तक शिकायतें कर चुके हैं लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हो सका है। सफाई कर्मी गांव में नहीं आता है जिससे लोगों को अपने-अपने घर के बाहर खुद से ही साफ सफाई करनी पड़ रही है।
पूरे मामले को लेकर बीडीओ नदीगांव अरुण सिंह का कहना है कि व्याप्त समस्याये अभी तक जानकारी में नहीं थीं। तत्काल सचिव को भेज कर साफ सफाई करायी जायेगी। शमशान घाट के लिए उपयुक्त जमीन देखते हैं, जमीन मिलते ही श्मशान घाट बना दिया जाएगा।
साढे़ तीन हजार की आबादी, गांव में फिर भी नहीं बना श्मशान घाट
कोंच : ग्राम अखनीबा में श्मशान घाट न होने से ग्रामीण खासे परेशान हैं। ग्रामीण कई बार श्मशान घाट बंनाने की मांग कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। गांव की लगभग साढे तीन हजार आवादी है फिर भी श्मशान घाट अब तक नहीं बन सका है। बारिश के मौसम में ग्रामीणों को बड़ी परेशानी से जूझना पड़ता है।