मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रदेश की 57 नगर पालिकाओं को स्मार्ट नगर पालिकाओं में बदला जा रहा है। इस परियोजना के लिए लगभग 40,000 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। लक्ष्य है कि नागरिकों को ईज़ ऑफ लिविंग के मानकों के अनुसार अत्याधुनिक सुविधाएं मिलें, जिससे नगरीय जीवन सुगम, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बने।
स्मार्ट नगर पालिकाओं में होंगे ये खास बदलाव
1. डिजिटल गवर्नेंस
- आईसीसी सेंटर के माध्यम से सीसीटीवी सर्विलांस।
- एआई और चैटबॉट आधारित नागरिक सेवाएं।
- इंटीग्रेटेड गौशाला मैनेजमेंट सिस्टम।
2. सिटीजन सर्विसेज
- वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण।
- वाटर लॉगिंग समाधान और निर्बाध जल व बिजली आपूर्ति।
- स्वच्छता और बुनियादी ढांचे का बेहतर प्रबंधन।
3. स्मार्ट अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर
- स्मार्ट पार्किंग सुविधाएं।
- डिजिटल ट्रैफिक और लाइटिंग मैनेजमेंट।
- स्ट्रीट वेंडर्स के लिए विशेष वेडिंग जोन।
- सीसी रोड, डिजिटल लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम और प्रदर्शनी स्थल का निर्माण।
4. सस्टेनेबल डेवलपमेंट आधारित विकास
- नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग, खासकर सोलर एनर्जी।
- विकास कार्यों में पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता।
- सीएम योगी का फोकस: पारदर्शिता, सुविधा और सस्टेनेबिलिटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार स्मार्ट नगर पालिकाओं के जरिए नागरिकों को अत्याधुनिक, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल जीवन देने का प्रयास कर रही है। विकास कार्यों के साथ-साथ रोजगार, स्थानीय निवेश और पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है।