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Mau LS Election 2024: मऊ में डिंपल यादव का भोजपुरी में जोरदार भाषण, कहा- तानासाही सरकार जाता बा…

Dimple Yadav's strong speech in Bhojpuri in Mau, said - dictatorial government will go...

Dimple Yadav's strong speech in Bhojpuri in Mau, said - dictatorial government will go...

LS Election 2024: मऊ में आम चुनाव 2024 के तहत 1 जून यानी अंतिम चरण में चुनाव होने वाला है। ऐसे में इन बचे हुए सीटों पर प्रचार करने के लिए एक दिन से भी कम समय बचा हुआ है। ऐसे में मऊ में भी 1 जून को मतदान होना है जिसको ध्यान में रखते हुए INDI गठबंधन और NDA ने अपनी पूरी ताकत मैदान पर झोंक दी है।

इन सीटों पर जहां एक तरफ NDA से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य,तथा बृजेश पाठक तथा उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री एके शर्मा एवं कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान लगातार जनसभाओं का आयोजन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर INDI गठबंधन भी जोड़-तोड़ कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में जुटी है। गौरतलब है कि लगभग एक सप्ताह से सपा से, शिवपाल यादव घोसी संसदीय सीट के प्रत्येक विधानसभा में कई चौपाल और बैठकें कर चुके हैं।

घोसी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव का संबोधन

बता दें कि रामगोपाल यादव भी घोषी सीट के लिए कार्यकर्ता बैठक कर चुके हैं। इसी क्रम में कन्नौज से सांसद एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने घोसी संसदीय क्षेत्र के दोहरीघाट में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने इस सभा को भोजपुरी में संबोधित करते हुए वहां के लोगों से कहा कि सबसे पहले घोसी के जनता के प्रणाम करत बानी। बस इतना सुनते ही कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाना शुरू कर दिया। बता दें कि यहां डिंपल यादव ने अपना पूरा भाषण भोजपुरी भाषा में ही पूरा किया।

अभिनंदन करत बानी

उन्होंने भोजपुरी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर उपस्थित सभी जनता जनार्दन को अभिनंदन करत बानी। घोसी के महान धरा के हम नमन करत बानी। आज घोसी के जनता क उत्साह देखकर हमका लागत बानी कि आज घोसी क धरती घोषणा कर दिहल बा कि ई तानासाही सरकार अब जाता बा। आज जवन डबल इंजन बा न खूब टकरात बा। एसे बच के रहले क जरूरत बा हम लोगन क। काहे कि दोनों मिलकर कब एक्सीडेंट कर देहिंऐ पता ना बा। आगे उन्होंने लोगों से पूछा कि, आपन बच्चा और बच्ची के का चाही? नौकरी की जुमला, महंगाई चाही कि महंगाई से मुक्ति?

किसान क दाम कि लाठी

डिंपल ने आगे कहा कि किसान भाई के फसल क दाम चाही कि लाठी? जनता के वोट के बदले रोज हार चाही कि रोजगार? आने वाले 1 तारीख के साइकिल क सामने बटन दबा के जीता दिहा। संविधान के बचा लीहा। अपने बाल बच्चन के भविष्य की खातिर ज्यादा से ज्यादा वोट से अपना का जीता दीहा। उन्होंने जनता से पूछा किसे जिता दिहा किसे जिता दीहा? जनता ने कहा राजीव राय को जिता दीहा।

डिंपल यादव ने अपना पूरा भाषण भोजपुरी में दिया। जिसको लेकर सामने बैठी महिलाएं एवं बुजुर्गों ने जमकर सराहना की वहीं युवा कार्यकर्ता लगातार तालियां बजाती रही और नारों से शोर मचता रहा। फिलहाल डिंपल यादव का भोजपुरी अंदाज काफी चर्चा में है।

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