एक तरफ केन्द्र सरकार से लेकर यूपी सरकार तक स्वच्छ भारत मिशन को लेकर बड़े बड़े दावे करती है और सरकारी धन को स्वच्छ भारत मिशन में खर्च करती है। लेकिन, स्वच्छ भारत मिशन कहीं-न-कहीं बलिया में पूरी तरह से फ्लॉफ होती नजर आ रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण बलिया के हनुमानगंज ब्लॉक के पठखौली गांव में देखने को मिला।
जहां पठखौली गांव में आज लगभग दस से पन्द्रह वर्षों से सड़क पर नाली का गंदा पानी गिर रही है पानी गिरने से आए दिन लोग घायल हो जा रहे है। इसी सड़क से गांव के सभी लोग गंदे नाली की पानी से होकर प्रतिदिन सैकड़ों लोग गुजरते है। लेकिन सड़क पर गिर रहा गंदा नाले का पानी का कोई निकास अभी तक नही हुआ।
इसको लेकर ग्रामीणों ने सम्पूर्ण समाधन दिवस और जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत भी कराया है। लेकिन कोई सुनवाई तक नही हो रही है जबकि बीडीओ हनुमानगंज के द्वारा रिपोर्ट तो लगा दी जा रही है कि, कोई सड़क पर नाली का पानी नहीं गिर रहा है और कोई भी नाली जाम नहीं है पर जमीनी हकीकत तो कुछ और ही बया कर रहा है।
कहने के लिए तो यह सदर विधान सभा के विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह का यह विधानसभा है और परिवहन मंत्री के विधान सभा की गांवों की हालत और खराब हो गई है। यह गांव है जो महज शहर से दो किलो मीटर की दूरी पर है तो ये हालात है गांवों की विकास की लेकिन अगर शहर से कोसो दूर जो गांव है आज उनकी क्या दशा होगी आप सोचने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
वहीं ग्राम प्रधान ममता यादव ने बताया कि जो पहले नाली का गंदा पानी बहती थी वह विवादित जमीन में बहती थी हमारे पास सरकारी जमीन नही है। पहले कटहल नाले में गांव का पानी गिरता था लेकिन नाला बंद हो गया नाले को साफ करने के लिए उतना पैसा ग्राम सभा के पास है नही जिससे उस नाले को साफ किया जा सकें। क्योंकि हमारे बचत से बाहर की बात है और कोई सरकारी जमीन उपलब्ध नही जिसमे नाली का पानी गिराया जा सके।