उरई के पुरुष जिला चिकित्सालय में लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर जिलाधिकारी जालौन, राजेश कुमार पाण्डेय ने आज औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मकसद अस्पताल की व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच करना था।
सुबह 8:10 बजे, जिलाधिकारी ने अस्पताल के ओपीडी, पर्चा काउंटर, वार्ड, पैथोलॉजी, फिजियोथैरेपी वार्ड और इमरजेंसी सहित विभिन्न विभागों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान कई चिकित्सक और स्टाफ अनुपस्थित पाए गए, जिनमें डॉ. एसपी सिंह, डॉ. दीपक आर्य, डॉ. केपी सिंह, डॉ. शिवेश वर्मा, डॉ. संजीव अग्रवाल, और रेडियोलॉजिस्ट सौरव कुमार शामिल थे। जिलाधिकारी ने उनकी गैरहाजिरी पर एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया। निरीक्षण के करीब 30 मिनट बाद डॉक्टरों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिस पर उन्हें चेतावनी दी गई और समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे वार्ड में ताला लगे होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और सीएमएस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि वार्ड खुले रहें और डॉक्टर समय पर उपस्थित हों। अस्पताल में सफाई व्यवस्था भी असंतोषजनक पाई गई, जिस पर सफाई इंचार्ज और सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा गया। साथ ही, उन्हें व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जन औषधि केंद्र भी बंद पाया गया, जिसके इंचार्ज को फटकार लगाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया गया। फिजियोथैरेपी वार्ड में सीसीटीवी कैमरा न होने पर सीएमएस को तुरंत कैमरा स्थापित करने का निर्देश दिया गया।
इस निरीक्षण के दौरान सीएमओ जालौन डॉ. नरेंद्र देव शर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।