राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक की समस्या नई नहीं है लेकिन अगर बात की जाए ट्रैफिक की तो राजधानी वासियों को लगातार जाम की समस्या से निजात मिलती नजर नहीं आ रही है। वहीं आज यूपी की बात की टीम ने राजधानी के अलग-अलग जगह से ग्राउंड रिपोर्टिंग की तो साफ तौर पर नजर आया कि जाम की समस्या का मूल कारण क्या है।
पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के साथ ही वाहनों को गलत दिशा में लेकर जाना मुख्य कारण पाया गया। हालांकि चौक चौराहों पर पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी तो निभा रहे हैं लेकिन ई रिक्शा चालकों की वजह से समस्या जटिल बनी हुई है।
ये नजारा राजधानी के निशातगंज चौराहे का है जहां तस्वीरों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि ई-रिक्शा चालक लगातार अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं। वहीं ट्रैफिक में तैनात कई ट्रैफिक कर्मी समेत सिविल पुलिस के भी कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी नजर आ रहे हैं तो वहीं नॉनस्टॉप जोन में ई रिक्शा चालकों ने अपना ई-रिक्शा पार्किंग किया है। जिसकी वजह से ट्रैफिक की समस्या दिखाई दे रही है।
वहीं दूसरी तस्वीर राजधानी लखनऊ के उस जगह की है, जहां से मेडिकल कॉलेज चंद कदमों की दूरी पर है। यहां पर बड़ी संख्या में एंबुलेंस मरीजों को लेकर गुजरती हुई नजर आती हैं, तो वहीं ई- रिक्शा और टैक्सी टेंपो चालकों ने अपनी मनमानी से सभी मरीजों और राजधानी के लोगों के लिए समस्या खड़ी कर रखी है। यातायातकर्मी कई डायवर्सन बनाते हैं लेकिन कोई भी चालक नियमों का पालन करता नजर नहीं आता।
ये तीसरी तस्वीर राजधानी लखनऊ के इमामबाड़े की है। जहां पर बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं और ई-रिक्शा संचालकों की मनमानी से लंबा ट्रैफिक जाम लगता है। जिससे देश-विदेश के पर्यटकों के सामने धरोहर की खराब छवि प्रस्तुत होती है। इसकी वजह से वजह से उत्तर प्रदेश सरकार की छवि भी धूमिल होती नजर आ रही है।