नोएडा प्राधिकरण के रूप में जबसे मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. लोकेश ने कमान अपने हाथ में संभाली है। तबसे जैसे नोएडा का कायापलट हो गया है। लोकेश स्वयं जमीन स्तर पर उतर का नोएडा में हो रहे काम को देखते हैं। इसी के साथ वे कब्जा हथाने और जमीन को मुक्त कराने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतते और युद्ध स्तर पर कार्रवाई करते हैं।
इसी संदर्भ में आज नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ० लोकेश द्वारा सम्पूर्ण नोएडा शहर का भ्रमण किया गया, जिसमें उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों और स्थलों का निरीक्षण भी किया।
इन स्थानों पर किया निरिक्षण
- सर्वप्रथम मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय द्वारा एम.पी.-1 मार्ग का निरीक्षण किया गया जहां विभिन्न स्थानों पर फुटपाथ भलीभांति अनुरक्षित नहीं पाये गये। अतः उक्त स्थलों पर फुटपाथ का अनुरक्षण कराने हेतु निर्देशित किया गया।
- फिर सैक्टर-27 में कैम्ब्रिज स्कूल के समीप एम.पी.-2 मार्ग पर निर्मित टी-प्वॉइंट को विकसित किये जाने हेतु उद्यान विभाग को निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त कैम्ब्रिज स्कूल के सामने से गुजर रही सड़क, जिसको माह जून में बिट्मिन सर्फेस किया गया था, पर जगह-जगह गड्ढे पाये गये, तथा सड़क एक लेवल में नहीं है।
- इस संबंध में संविदाकार के विरुद्ध एफ.आई.आर. करने एवं उक्त संविदाकार को ब्लैक लिस्ट करने हेतु नोटिस जारी करने एवं सम्बन्धित अवर अभियन्ता की दो माह का वेतन अवरुद्ध करने तथा सम्बन्धित प्रबन्धक को कडी चेतावनी जारी करने तथा सम्बन्धित वरिष्ठ प्रबन्धक को स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।
- एम.पी.-2 मार्ग पर सैक्टर-30, 26 एवं निठारी के मध्य टी-प्वॉईंट को विकसित करने हेतु उद्यान विभाग को निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त ग्राम निठारी के सामने अत्यधिक मात्रा में सड़क पर गार्बेज पड़ा हुआ पाया गया, जिसके दृष्टिगत उक्त मार्ग की सफाई हेतु नियुक्त संस्था पर रु0 2.00 लाख की पेनल्टी लगाने एवं सम्बन्धित स्वास्थ्य निरीक्षक के दो माह का वेतन अवरुद्ध करने हेतु निर्देश दिया।
- एम.पी.-2 मार्ग से शशि चौक तक सैक्टर-30 एवं ग्राम निठारी के मध्य मार्ग पर सेन्ट्रल वर्ज भलीभांति अनुरक्षित नहीं पायी गई तथा सेन्ट्रल वर्ज में कूड़ा भी पाया गया, जिसके दृष्टिगत एम.पी.-2 मार्ग पर सैन्ट्रल वर्ज का अनुरक्षण किये जाने हेतु सम्बन्धित उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त शशि चौक पर गड्ढे पाये गये, जिसकी मरम्मत हेतु सम्बन्धित जल विभाग को निर्देशित किया गया।
- डी.एस.सी. मार्ग पर सैक्टर-42 की ओर फुटपाथ एवं पैरापिट वॉल क्षतिग्रसत पायी गई, जिसके सम्बन्ध में पूर्व में दिये गये निर्देशानुसार उक्त फुटपाथ एवं पैरापिट वॉल का अनुरक्षण किये जाने हेतु वर्क सर्किल-3 को निर्देशित किया गया।
- सैक्टर-42 में 5 प्रतिशत आबादी भूखण्डों के सामने खाली पड़ी जगह पर गंदगी पायी गई, जिसके दृष्टिगत उक्त स्थल की 3 दिन में सफाई कराते हुए फोटोग्राफ के साथ कृत कार्यवाही से अवगत कराने हेतु जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया। साथ ही उक्त अव्यवस्था हेतु सम्बन्धित स्वास्थ्य निरीक्षक के दो माह का वेतन अवरुद्ध करने तथा सम्बन्धित संविदाकार पर रु० 1.00 लाख की पेनल्टी लगाने हेतु निर्देशित किया गया।
- सैक्टर-42 व 48 के मध्य मार्ग पर अत्यधिक मात्रा में गड्ढे विद्यमान पाये गये तथा फुटपाथ का अनुरक्षण भी समुचित नहीं पाया गया। उक्त के दृष्टिगत सम्बन्धित सिविल विभाग के अवर अभियन्ता का 2-2 माह का वेतन रोकने तथा सिविल विभाग के सम्बन्धित प्रबन्धक को कड़ी चेतावनी जारी करने एवं सम्बन्धित वरिष्ठ प्रबन्धक को कारण बताओ नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त उक्त मार्ग पर नाले में अत्यधिक मात्रा में फ्लोटिंग मैटेरियल पाया गया, जिसकी तत्काल सफाई हेतु निर्देशित किया गया।
- मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय द्वारा एम.पी.-3 मार्ग का निरीक्षण किया गया, जहां सैक्टर-32 के समीप बायीं ओर सिटी-सेन्टर अण्डरपास पर मिटटी जमा हुई तथा घास पायी गई, जिसकी सफाई हेतु सम्बन्धित सिविल विभाग को निर्देशित किया गया। एम.पी.-3 मार्ग पर मोरना बस स्टैण्ड पर सफाई व्यवस्था अत्यन्त दयनीय पायी गई तथा कूड़ा पड़ा हुआ पाया गया, जिसके दृष्टिगत सम्बन्धित संविदाकार पर रु0 2.00 लाख की पेनल्टी लगाने एवं सम्बन्धित स्वास्थ्य निरीक्षक का 2 माह का वेतन रोकने हेतु निर्देशित किया गया।
- भ्रमण के दौरान सम्पूर्ण नौएडा में अधिकांश मार्गों पर के.सी. ड्रेन साफ नहीं पायी गई तथा वीप होल भी बन्द पाये गये, जिसके कारण सड़कों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। अतः प्राथमिकता पर समग्र नौएडा में इस प्रकार के के.सी. ड्रेन एवं वीप होल की सफाई हेतु निर्देशित किया गया।
- सम्पूर्ण भ्रमण के दौरान शहर के अधिकतर स्थानों पर सफाई व्यवस्था की स्थिति समुचित नहीं पायी गई तथा कतिपय स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे पाये गये, जिससे शहर के सौन्दर्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है साथ ही नौएडा प्राधिकरण की छवि भी धूमिल हो रही है। उक्त के दृष्टिगत महाप्रबन्धक (जनस्वास्थ्य) को कारण बताओ नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया गया।