मथुरा में नवनिर्मित मथुरा-वृंदावन फोरलेन पर पिछले साल लगाए गए कदंब के वृक्ष भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। जिम्मेदार अधिकारी बजट और व्यवस्थाओं का रोना रो रहे हैं। तत्कालीन जिलाधिकारी ने ब्रज क्षेत्र को कृष्णकालीन वृक्षों से हरा भरा बनाने के लिए नई पहल की गई थी। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वृक्ष लगाए गए थे, लेकिन जिम्मेदार विभाग इन वृक्षों की सुरक्षा नहीं कर पाए। अधिकारी अब दोबारा से इस अभियान को शुरू करने की बात कह रहे हैं।
सरकारी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी इतने लापरवाह हो गए हैं कि वो अपनी जिम्मेदारी भी पूरी तरह से नहीं निभा पा रहे हैं। जब जवाब देने की बारी आती है तो एक विभाग दूसरे विभाग के सर पर ठीकरा फोड़ देते हैं। जिसके चलते सरकारी योजनाएं फेल होती नजर आ रही है। बात करें मथुरा की तो यहां पर पिछले साल नवनिर्मित मथुरा-वृंदावन फोरलेन पर कंदब के वृक्षों का रोपण किया गया था। लेकिन जिम्मेदार लोक निर्माण विभाग और वन विभाग की लापरवाही से ये ज्यादातर वृक्ष बगैर देखरेख के सूख चुके हैं।
वहीं जब यूपी की बात टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर रियलिटी चेक किया तो पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के सारे दावे खोखले साबित हुए। बता दें कि पीडब्लुडी और वन विभाग ने तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे के साथ मिलकर इस फोरलेन पर सैकड़ों कदंब के वृक्षों का रोपण किया था। लेकिन ये वृक्षारोपण अभियान सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित रहा।
संबंधित विभाग ने इस फोरलेन पर वृक्षारोपण तो किया लेकिन इसकी देखरेख करना भूल गया। अब दोनो विभाग जिम्मेदारी से अपना-अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं। वन विभाग का कहना है कि पिछले साल रोपे गए ये वृक्षों की जिम्मेदारी उनके पास नहीं हैं। जबकि पीडब्ल्युडी के मुताबिक उन्होंने काफी दिनों तक पेड़ों में पानी भी दिया था लेकिन उनके पास ना तो फंडिंग है, न कोई अन्य व्यवस्था। इसलिए पौधों की सही से देखरेख नहीं कर पाए।
अब दोबारा से वृक्षों को लगाने की शुरूआत की जाएगी। वहीं जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह कहा कि इस बार बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। खासकर राधा-कृष्ण से जुड़े पौराणिक पौधों को लगाया जाएगा। प्रत्येक कदंब के वृक्ष के लिए ट्री-गार्ड लगाया जाएगा और नियमित रूप से कदंब के वृक्षों में पानी लगाया जाएगा। इन वृक्षों की देखरेख बच्चों के समान की जाएगी।
ब्रज में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन हर क्षेत्र को कृष्णकालीन रूप देने का तैयारी करता रहता है। इसके लिए पौधारोपण अभियान के तहत कृष्णकालीन पौधों की संख्या बढ़ाई जा रही है। लेकिन इनकी सुरक्षा करना ज्यादा जरूरी है।
बरसात के मौसम में कदंब के पौधे लगवाने की फिर से तैयारी है। मथुरा से वृंदावन मार्ग पर जगह-जगह कदंब पथ के साइन बोर्ड स्थापित किए जाएंगे। जिससे लोगो को भी इस मार्ग और वृक्षारोपण की जानकारी हो सके। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या इस बार भी वृक्षारोपण भ्रष्टाचार की भेंट तो नहीं चढ़ जाएगा।