उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के प्रयासों का सकारात्मक असर दिखने लगा है। हाल ही में जारी पहली “नदी डॉल्फिन अनुमान रिपोर्ट(Project Dolphin)” के अनुसार, देश की नदियों में कुल 6,327 डॉल्फिन पाई गई हैं, जिसमें अकेले उत्तर प्रदेश में 2,397 डॉल्फिन दर्ज की गई हैं। यह संख्या देश में किसी भी अन्य राज्य से अधिक है।
डॉल्फिन संरक्षण पर जोर, 8 राज्यों की 28 नदियों का सर्वेक्षण
इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए देश के आठ राज्यों की 28 नदियों का गहन सर्वेक्षण किया गया। इस अध्ययन में 8,500 किलोमीटर का क्षेत्र कवर किया गया, जिसमें 3,150 दिन का समय लगा। सर्वेक्षण के अनुसार, उत्तर प्रदेश के बाद बिहार (2,220), पश्चिम बंगाल (815) और असम (635) का स्थान रहा।
उत्तर प्रदेश में डॉल्फिन संरक्षण के लिए विशेष प्रयास
योगी सरकार ने पर्यावरण और जलीय जीव संरक्षण को प्राथमिकता दी है। इसके परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश की नदियों में डॉल्फिन की संख्या अन्य राज्यों की तुलना में अधिक पाई गई। सरकार की ओर से जागरूकता अभियानों और संरक्षण योजनाओं के चलते जल पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार देखा गया है।
गांगेय डॉल्फिन बना उत्तर प्रदेश का राज्य जलीय जीव
17 अक्टूबर 2023 को योगी सरकार ने गांगेय डॉल्फिन को उत्तर प्रदेश का राज्य जलीय जीव घोषित किया। राज्य में गंगा, यमुना, चंबल, घाघरा, राप्ती और गेरुआ जैसी नदियों में इनकी उपस्थिति दर्ज की गई है। यह निर्णय राज्य में जलीय जीवों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सरकार के प्रयासों से बढ़ा डॉल्फिन संरक्षण का दायरा
उत्तर प्रदेश में डॉल्फिन संरक्षण के लिए किए गए प्रयास अब राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहे जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में इस रिपोर्ट को मंजूरी दी गई। यह उपलब्धि उत्तर प्रदेश को जल संरक्षण और जैव विविधता के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करती है।