गाजियाबाद और नोएडा में रह रहे लगभग 15 लाख लोग गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं। बुधवार दोपहर को विद्युत विभाग ने सिद्धार्थ विहार और प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांटों का बिजली कनेक्शन काट दिया, जिससे गंगाजल की आपूर्ति पूर्णतः बाधित हो गई है। यह कार्रवाई 3.50 करोड़ रुपये के बकाया बिजली बिल के कारण की गई।
बिना भुगतान के नहीं होगी जल आपूर्ति
जोन-1 के चीफ इंजीनियर अशोक सुंदरम के अनुसार, यह निर्णय लंबे समय से चल रहे भुगतान विवाद के चलते लिया गया। विभाग ने कई बार नोटिस भेजे, लेकिन समय पर बिल का भुगतान नहीं हुआ। शुरुआत में कुल बकाया 8.50 करोड़ रुपये था, जिसमें से नगर निगम ने दीवाली से जनवरी तक लगभग 5 करोड़ रुपये का भुगतान किया। हालांकि, अभी भी 3.50 करोड़ रुपये बकाया हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नोएडा अथॉरिटी द्वारा अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है, जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो गई है।
गंगाजल की सप्लाई ठप, टैंकरों की बढ़ी मांग
बिजली कनेक्शन कटने के बाद ट्रांस हिंडन, सिद्धार्थ विहार और नोएडा के कई इलाकों में गंगाजल की सप्लाई रुक गई है। इसके चलते लोगों को पानी स्टोर करके गुजारा करना पड़ रहा है और खासकर बहुमंजिला अपार्टमेंट्स एवं सोसायटियों में टैंकरों की मांग में तेजी आने की संभावना है। स्थानीय निवासियों में नाराजगी और चिंता बढ़ रही है, क्योंकि भीषण गर्मी के मौसम में जल संकट उनके दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है।
बिजली विभाग ने दी चेतावनी
बिजली विभाग ने स्पष्ट किया है कि बिना लिखित आश्वासन और बकाया भुगतान के गंगाजल प्लांटों का कनेक्शन बहाल नहीं किया जाएगा। विभाग मार्च के अंत तक बकाया वसूली के लिए संबंधित विभागों से संपर्क कर रहा है। यदि संबंधित विभाग भुगतान या लिखित आश्वासन देते हैं, तभी स्थिति में सुधार संभव होगा।